जानकारी के अनुसार 14 अक्टूबर 2019 से चारदीवारी के भीतर स्थित भवनों का विस्तृत सर्वे एवं विडियोग्राफी ड्रोन के माध्यम से करवाया जाएगा। इस दौरान जरूरत पड़ने पर सर्वे और विडियोग्राफी वाले इलाके में यातायात बंद किया जा सकता है। सर्वे एवं विडियोग्राफी के दौरान चारदीवारी क्षेत्र में हैरिटेज मानकों के विरूद्ध बनाए गए बहुमंजिला निर्माण एवं अतिक्रमण को सूचीबद्ध किया जाएगा दीपावली के बाद उनके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी। चारदीवारी क्षेत्र में शीघ्र ही हैरिटेज बायलाॅज लागू होंगे। बायलाॅज बनाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। इन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है। चारदीवारी के भीतर विरासत संरक्षण के संबंध में बिल/अधिसूचना लागू की जाएगी। इसके लिए शहर के लोगों से आपत्ति/सुझाव मांगे जाएंगे।
बाकू में किया था वादा
गौरतलब है कि अजरबेजान के बाकू शहर में यूनेस्को के 43वें सम्मेलन मे जयपुर शहर का परकोटा इलाका विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया था। इसी वर्ष दिसम्बर 2019 में यूनेस्को की ओर से विश्व विरासत सूची की पुनः समीक्षा की जाएगी। उससे पहले चारदीवारी इलाके में अतिक्रमण हटाए जाने हैं। राज्य सरकार और नगर निगम ने जयपुर को सशर्त विश्व धरोहर का दर्जा देते समय चारदीवारी इलाके में बने अवैध निर्माण और अतिक्रमण हटाकर शहर को हेरिटेज लुक दिया जाएगा। चारदीवारी के विश्व विरासत सूची के स्तर को बनाए रखने के लिए राज्य सरकार धरोहर संरक्षण के लिए योजना तैयार कर क्रियान्वित करने जा रही है।
गौरतलब है कि अजरबेजान के बाकू शहर में यूनेस्को के 43वें सम्मेलन मे जयपुर शहर का परकोटा इलाका विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया था। इसी वर्ष दिसम्बर 2019 में यूनेस्को की ओर से विश्व विरासत सूची की पुनः समीक्षा की जाएगी। उससे पहले चारदीवारी इलाके में अतिक्रमण हटाए जाने हैं। राज्य सरकार और नगर निगम ने जयपुर को सशर्त विश्व धरोहर का दर्जा देते समय चारदीवारी इलाके में बने अवैध निर्माण और अतिक्रमण हटाकर शहर को हेरिटेज लुक दिया जाएगा। चारदीवारी के विश्व विरासत सूची के स्तर को बनाए रखने के लिए राज्य सरकार धरोहर संरक्षण के लिए योजना तैयार कर क्रियान्वित करने जा रही है।
स्मार्ट सॉल्यूशन मिलेगा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जयपुर को 3 डी नक्शा तैयार किया जाएगा। जिसमें हर गली—मोहल्ले के साथ ही प्रमुख सड़क और चौराहा को इसमें शामिल किया जाएगा। बताया जा रहा है कि 3 डी नक्शा बनने से लोगों तक समस्याओं के स्मार्ट सॉल्यूशन पहुंचाने में मदद मिलेगी। अग्नि हादसों समेत अन्य आपदाओं के वक्त 3 डी नक्शे की मदद से घटनास्थल पर तुरंत पहुंचा जा सकेगा।