यह भी पढें : अल्फोंस राज्य सभा उप चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित एसओजी आईजी दिनेश एमएन ने बताया कि गिरफ्तार नारायादास त्रिलोकानी (53) आमेर रोड स्थित चन्दवन नगर, मोहन शर्मा वीकेआई स्थित अरावली विहार, चेतनप्रकाश सिंधी प्रताप नगर स्थित कुंभामार्ग और सुशील करनानी कालवाड़ रोड निवासी है।
यह भी पढें : निम्स की दबंगई को सुप्रीम कोर्ट का झटका, जिएगा रामगढ हटेगा अवैध निर्माण कोडीन फास्फेट साल्ट काम में लेते हैं नशा करने वाले औषधि नियंत्रण अधिकारियों ने बताया कि आरोपितों के पास जो दवाएं मिली हैं, उनमें एक कोडीन फोस्फेट भी शामिल है। यह नारकोटिक्सी ड्रग्स श्रेणी में आता है। नारायणदास और मोहन शर्मा के पास वीकेआई गोदाम का किसी प्रकार का औषधि अनुज्ञापत्र नहीं है और ना ही भारी मात्रा में संग्रहित ये संभावित नकली और नशे में प्रयुक्त होने वाली औषधियों को खरीदने का कोई बिल भी नहीं है। इनदवाओं को फर्जीवाड़ा कर नशे के लिए बेचते हैं।
यह भी पढें : फिर रफ्तार का कहर, बुझा दिया परिवार का मुखिया श्याम नगर में पकड़ी थी 50 लाख की नकली दवा
प्रदेश में घटिया गुणवत्ता की दवाएं खूब बिक रही हैं। औषधि नियंत्रक विभाग ने जून में राजधानी की एक दुकान व गोदाम पर छापा मारकर 50 लाख रुपए की नकली दवाएं पकड़ी थी। दवाइयां उत्तराखंड की फर्म से सप्लाई की गई थी। यह फर्म प्रदेश में अब तक करोड़ों की दवाई खपा चुकी है। गोदाम से दवाओं के 100 कार्टून बरामद किए गए। नकली दवा राजस्थान के अलावा हरियाणा, उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में भी इस कंपनी की दवा सप्लाई होती है।
प्रदेश में घटिया गुणवत्ता की दवाएं खूब बिक रही हैं। औषधि नियंत्रक विभाग ने जून में राजधानी की एक दुकान व गोदाम पर छापा मारकर 50 लाख रुपए की नकली दवाएं पकड़ी थी। दवाइयां उत्तराखंड की फर्म से सप्लाई की गई थी। यह फर्म प्रदेश में अब तक करोड़ों की दवाई खपा चुकी है। गोदाम से दवाओं के 100 कार्टून बरामद किए गए। नकली दवा राजस्थान के अलावा हरियाणा, उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में भी इस कंपनी की दवा सप्लाई होती है।