झोटवाड़ा निवासी प्रसूता अनीता सोनी को बुधवार सुबह उसके पति ने अस्पताल में भर्ती कराया था। इसके बाद करीब एक घंटे बाद चिकित्सकों ने प्रसूता का इलाज शुरू कर दिया। दोपहर करीब 12 बजे चिकित्सकों ने प्रसूता के परिजनों को गर्भ में ही बच्चे के मरने की सूचना दी। प्रसूता के पति नवीन सोनी ने बताया कि करीब दस बजे प्रसूता की दो बार सोनोग्राफी की गई। उस समय तक चिकित्सक सामान्य प्रसव की बात कह रहे थे, लेकिन 12 बजते-बजते बच्चे को मृत घोषित कर दिया। नवीन का कहना है कि चिकित्सकों ने बदसलूकी की।
परिजनों ने लगाया चोरी का आरोप – दूसरे मामले में ट्रांसपोर्ट नगर निवासी प्रसूता नसीम घाटगेट स्थित एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के लिए गईं। लेकिन बच्चे की हालत को देखते हुए परिजन प्रसूता को गणगौरी अस्पताल लेकर आए। प्रसूता के भाई शमसुद्दीन ने बताया कि वह दस मिनट के भीतर ही बहन को गणगौरी अस्पताल लेकर आ गए थे। ऑपरेशन थिएटर में जाने के बाद चिकित्सकों ने कहा कि आप प्रसूता की डीलीवरी कराने के बाद आए हो। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर बच्चा चोरी का आरोप लगाया।
अनीता सोनी का बच्चा मृत था। जब प्रसूता की सोनोग्राफी की गई तो बच्चा मर चुका था। वहीं दूसरे मामले में प्रसूता प्रसव कराने के बाद अस्पाल में आई थी। -डॉ. अजय माथुर, अधीक्षक, गणगौरी अस्पताल