एयर इंडिया को दिया था जिम्मा
पहले विदेशों में फंसे प्रवासियों को वापस लाने के नाम पर वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया एयरलाइन ने उड़ानें शुरू की गई थी। अब अनलॉक के साथ ही निजी एयरलाइंस के दबाव में उड्डयन मंत्रालय ने इसे पहले इवेक्युएशन उड़ान और अब एयर ट्रांसपोर्ट बबल का नाम दिया है।
पहले विदेशों में फंसे प्रवासियों को वापस लाने के नाम पर वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया एयरलाइन ने उड़ानें शुरू की गई थी। अब अनलॉक के साथ ही निजी एयरलाइंस के दबाव में उड्डयन मंत्रालय ने इसे पहले इवेक्युएशन उड़ान और अब एयर ट्रांसपोर्ट बबल का नाम दिया है।
घरेलू उड़ानों की बात की जाए तो वर्तमान समय में रोजाना 26 के आसपास उड़ानें यहां से संचालित हो रही है। मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद के लिए अच्छा यात्रीभार मिल रहा है। यात्रीभार कुछ जगहों के लिए पूरा नहीं मिलने से उड़ानों का संचालन सप्ताह में चार या पांच दिन कर रही है। साथ ही एयरलाइन अब 70 से 95 सीट क्षमता के छोटे विमान संचालित कर रही है। स्पाइसजेट की सुबह 7 बजे अमृतसर की उड़ान सप्ताह में चार दिन, एयर इंडिया की सुबह 10.20 बजे बेंगलुरू की उड़ान सप्ताह में चार दिनए एयर एशिया की शाम 5.20 बजे पुणे की उड़ान सप्ताह में पांच दिन, एयर इंडिया की शाम 4.10 बजे अहमदाबाद की उड़ान सप्ताह में तीन दिनए एयर इंडिया की शाम 5 बजे दिल्ली की उड़ान सप्ताह में दो दिन संचालित की जा रही है।
शेड्यूल अपने हिसाब से कर रही तय फिलहाल घरेलू यात्रियों के साथ-साथ निजी एयरलाइंस विदेशों के लिए अपने हिसाब से अलग-अलग शेड्यूल के मुताबिक उड़ानों का संचालन कर रही है। बीते डेढ़ महीने से दुबई सहित अन्य जगहों के लिए यह भी तय नहीं है कि एक ही समय पर रोजाना उड़ान संचालित होगी। इसको लेकर जयपुर एयरपोर्ट के डायरेक्टर जेएस बलहारा ने कहा कि एयरलाइंस अपने हिसाब से उड़ानों का संचालन तय करती है। ऑथिरिटी को पहले से कोई जानकारी नहीं होती है, लेकिन पूरी अनुमति के साथ ही संचालन किया जाता है। वहीं कोरोना की जांच सहित अन्य विशेष जानकारियों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।