पहले से घाटे में चल रही एयरलाइंस अब यात्रियों को कोई ऑफर नहीं दे रही है। पहले कई ऑफर यात्रियों को दिए गए, लेकिन नतीजा कंपनियों के लिए शून्य रहा। अब यात्री टिकट रद्द करवाता है तो उसे पैसे रिफंड करने की बजाय दूसरी उड़ान और दूसरी तारीख का विकल्प दिया जा रहा है। कोरोना का भय इस तरह से है कि जब तक बहुत जरूरी न हो कोई यात्रा नहीं कर रहा है। कई बार कम यात्री भार के चलते एयरलाइंस भी उड़ानों को रद्द कर रही है तो यात्रियों के टिकट की राशि क्रेडिट शैल में भेजी जा रही है। इसका इस्तेमाल सालभर में यात्रा के लिए किया जा सकता है। परंतु क्रेडिट शैल भी लोगोंं के लिए आफत बन रहा है। फिलहाल घरेलू उड़ानों के अलावा जयपुर एयरपोर्ट पर वंदे भारत मिशन की दो से तीन उड़ान का आवागमन है।
सेलिब्रिटी की आवाजाही भी बंद पहले जहां एयरपोर्ट पर एक से दो दिनों में कोई ना कोई कलाकारों की आवाजाही होती थी। अब यह भी बीते तीन माह से बंद हो चुकी है। मई के आखिरी सप्ताह से अब तक कभी भी एक साथ 24 उड़ानों ने उड़ान नहीं भरी है। औसतन अब भी 6 से ज्यादा उड़ानें यहां से रद्द हो रही हैं।