यहां करवाई फॉगिंग सिविल लाइन, हवामहल, मोतीडूंगरी, आमेर, विद्याधर नगर सहित अन्य जोनों में जहां ज्यादा जलभराव है। फि लहाल वहीं नालियों, गड्ढों में एंटीलार्वा न पनपे इसके लिए एंटीलार्वा एक्टिविटी कार्य में 50 प्रतिशत टेमाफ ास, ईसी केमिकल और जला हुआ तेल काम में लिया जा रहा है। अन्य जगहों पर शहर में बारिश का दौर थमने के साथ ही यह छिड़काव करवाया जाएगा। इसके लिए निगम की टीमों ने पूरी तैयारी कर ली है, ताकि बारिश थमने के साथ ही डेंगू का मच्छर न पनप सके। निगम ने तीन अगस्त से यह कार्य शुरू करवाया है, जो लगातार जारी है। पीपीई किट पहनकर मुस्तैद कर्मचारीनिगम की वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी और प्रभारी अधिकारी मलेरिया डॉ.सोनिया अग्रवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के दौरान संक्रमण रहित रहने के लिए निगम कर्मचारियों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में क्वॉरेंटाइन सेंटर्स, संक्रमित पाए जाने वालों की जगहों, अस्पताल, मृतकों के शरीर को डिस्पोज के समय कोई खतरा न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संस्थाओं के जरिए अब तक 5000 पीपीई किट पहनकर कर्मचारी दिन-रात कार्य में मुस्तैद हैं।