शिशु खरीदकर दिलाएंगे प्रशिक्षण जेल मुख्यालय ने 50-50 हजार में चार शिशु खरीदने और 50-50 हजार रुपए उनको सूंघकर बताने का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। बेंगलूरुके श्वान केन्द्र से खरीदकर वहां ही प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। शुरुआत में दो श्वान जयपुर केन्द्रीय कारागार और एक-एक जोधपुर और उदयपुर कारागार में रखे जाएंगे। इनसे अच्छा परिणाम मिलने पर अन्य जेलों के लिए भी खरीदने का प्रस्ताव बनाया जाएगा। गौरतलब है कि राजस्थान पुलिस की सीआइडी ने इसी श्वान केन्द्र से बेल्जियम शेफर्ड खरीदे थे, जिनकी मदद से कई वारदात का खुलासा भी हो सका है।
मोबाइल और मादक पदार्थ मिलना आम बात जेलों में इतनी सुरक्षा और चौकसी के बाद भी मोबाइल और मादक पदार्थ मिलना आम बात हो गई है। जेल में गांजा, अफीम सहित अन्य मादक पदार्थ भी कइ्र बार मिल चुका है। जेल में जेल कर्मियों को भी कथित सामग्री अंदर ले जाते पकड़ा गया है। जबकि मुलाकात में परिजन भी अवैध सामग्री कैदी और बंदी को दे जाते हैं।