जयपुर में भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक को मोदी ने शुक्रवार को वर्चुअल सम्बोधित किया। उन्न्होंने कहा कि आजादी के इस अमृत काल में देश अपने लिए अगले 25 वर्षों के लक्ष्य तय कर रहा है। भाजपा के लिए ये समय है कि अगले 25 वर्षों के लक्ष्यों को तय करे और उसी हिसाब से काम करे।
‘अंबर को तारों हाथ से कौनी टूटे’
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान राजस्थान की एक पुरानी कहावत का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में एक कहावत है, ‘अंबर को तारों हाथ से कौनी टूटे’, यानी आसमान का तारा हाथ से नहीं टूटता है। यह कहावत अपनी जगह सही है। हमें भूलना नहीं है कि हमारा लक्ष्य आसमान जितना ऊंचा है और इतनी आसानी से नहीं मिलेगा, लेकिन मेहनत करेंगे तो उसे हासिल जरूर कर लेंगे।
‘अंबर को तारों हाथ से कौनी टूटे’
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान राजस्थान की एक पुरानी कहावत का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में एक कहावत है, ‘अंबर को तारों हाथ से कौनी टूटे’, यानी आसमान का तारा हाथ से नहीं टूटता है। यह कहावत अपनी जगह सही है। हमें भूलना नहीं है कि हमारा लक्ष्य आसमान जितना ऊंचा है और इतनी आसानी से नहीं मिलेगा, लेकिन मेहनत करेंगे तो उसे हासिल जरूर कर लेंगे।
‘देश को पुरानी सोच से बाहर लेकर आई है’
प्रधानमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि हमारे देश में एक लंबा कालखंड ऐसा रहा, जब लोगों की सोच ऐसी हो गई थी कि बस किसी तरह समय निकल जाए। न सरकार से उनको अपेक्षा थी और न ही सरकार उनके प्रति अपनी कोई जवाबदेही समझती थी। वर्ष 2014 के बाद भाजपा देश को इस सोच से बाहर निकालकर लाई है।
प्रधानमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि हमारे देश में एक लंबा कालखंड ऐसा रहा, जब लोगों की सोच ऐसी हो गई थी कि बस किसी तरह समय निकल जाए। न सरकार से उनको अपेक्षा थी और न ही सरकार उनके प्रति अपनी कोई जवाबदेही समझती थी। वर्ष 2014 के बाद भाजपा देश को इस सोच से बाहर निकालकर लाई है।
‘युवाओं और बहन-बेटियों को देखकर आत्मविश्वास बढ़ता है’
प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं और महिलाओं की प्रगति को लेकर ख़ुशी जताई। उन्होंने कहा कि मैं देश के उज्ज्वल भविष्य को भली भांति देख रहा हूं। जब मैं आत्मविश्वास से भरे हुए देश के युवाओं को देखता हूं, कुछ कर गुजरने के हौसले के साथ आगे बढ़ती हुई बहन-बेटियों को देखता हूं तो मेरा आत्मविश्वास भी कई गुना बढ़ जाता है।
प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं और महिलाओं की प्रगति को लेकर ख़ुशी जताई। उन्होंने कहा कि मैं देश के उज्ज्वल भविष्य को भली भांति देख रहा हूं। जब मैं आत्मविश्वास से भरे हुए देश के युवाओं को देखता हूं, कुछ कर गुजरने के हौसले के साथ आगे बढ़ती हुई बहन-बेटियों को देखता हूं तो मेरा आत्मविश्वास भी कई गुना बढ़ जाता है।
‘हमें चैन से बैठने का कोई हक़ नहीं’
प्रधानमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के ज़रिये तमाम कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि आजादी के इस अमृत काल में देश बड़े लक्ष्यों पर काम कर रहा है, तब हमें कुछ बातें और भी याद रखनी जरूरी है। भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते हमें चैन से बैठने का कोई हक नहीं है, कोई अधिकार नहीं है।आज भी हम अधीर हैं, बेचैन हैं, आतुर हैं क्योंकि हमारा मूल लक्ष्य, भारत को उस उंचाई पर पहुंचाना है जिसका सपना देश की आजादी के लिए मर-मिटने वालों ने देखा था।
प्रधानमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के ज़रिये तमाम कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि आजादी के इस अमृत काल में देश बड़े लक्ष्यों पर काम कर रहा है, तब हमें कुछ बातें और भी याद रखनी जरूरी है। भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते हमें चैन से बैठने का कोई हक नहीं है, कोई अधिकार नहीं है।आज भी हम अधीर हैं, बेचैन हैं, आतुर हैं क्योंकि हमारा मूल लक्ष्य, भारत को उस उंचाई पर पहुंचाना है जिसका सपना देश की आजादी के लिए मर-मिटने वालों ने देखा था।
‘सुशासन, गरीब कल्याण को समर्पित रहे 8 वर्ष’
प्रधानमंत्री ने स्वयं के नेतृत्व की केंद्र सरकार के 8 वर्ष पूरे होने का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा और एनडीए सरकार के 8 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये 8 वर्ष संकल्प के रहे हैं, सिद्धियों के रहे हैं। ये 8 वर्ष सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहे हैं।ये 8 वर्ष देश के छोटे किसानों, श्रमिकों, मध्यम वर्ग की अपेक्षाओं को पूरा करने वाले रहे हैं। ये 8 वर्ष देश के संतुलित विकास, सामाजिक न्याय और सामाजिक सुरक्षा के लिए रहे हैं। ये 8 वर्ष देश की माताओं-बहनों-बेटियों के सशक्तिकरण, उनकी गरिमा बढ़ाने के प्रयासों के नाम रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने स्वयं के नेतृत्व की केंद्र सरकार के 8 वर्ष पूरे होने का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा और एनडीए सरकार के 8 वर्ष पूरे हो रहे हैं। ये 8 वर्ष संकल्प के रहे हैं, सिद्धियों के रहे हैं। ये 8 वर्ष सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहे हैं।ये 8 वर्ष देश के छोटे किसानों, श्रमिकों, मध्यम वर्ग की अपेक्षाओं को पूरा करने वाले रहे हैं। ये 8 वर्ष देश के संतुलित विकास, सामाजिक न्याय और सामाजिक सुरक्षा के लिए रहे हैं। ये 8 वर्ष देश की माताओं-बहनों-बेटियों के सशक्तिकरण, उनकी गरिमा बढ़ाने के प्रयासों के नाम रहे हैं।
‘विकास वाद की राजनीति पर करें काम’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस एक और विषय पर हमें निरंतर काम करते रहना है वो है देश में विकास वाद की राजनीति ही चौतरफा, चारों दिशा में स्थापना होनी चाहिए। कोई भी दल हो, उसको भी विकासवाद की राजनीति पर आने के लिए मजबूर करना है।हमें कभी ऐसी पार्टियों के जाल में नहीं फंसना हैं जो देश को मुख्य मुद्दों से भटकाने में लगा हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस एक और विषय पर हमें निरंतर काम करते रहना है वो है देश में विकास वाद की राजनीति ही चौतरफा, चारों दिशा में स्थापना होनी चाहिए। कोई भी दल हो, उसको भी विकासवाद की राजनीति पर आने के लिए मजबूर करना है।हमें कभी ऐसी पार्टियों के जाल में नहीं फंसना हैं जो देश को मुख्य मुद्दों से भटकाने में लगा हुआ है।