अब ट्रेन के लिए ई टिकट का बढ़ रहा रुझान
आईटीसीटीसी अपनी वेबसाइट और उसके अधिकृत एजेंट के अलावा अब गांव से लेकर शहर तक खुले ई-मित्र कियोस्क से भी ट्रेनों के ई-टिकट बुक हो सकेंगे। इसके लिए राजकॉम्प और आईआरसीटीसी के बीच एग्रीमेंट हुआ हैं। राजकॉम्प ने इसके लिए 12 लाख रूपए लाइसेंस फीस आईआरसीटीसी को अदा की हैं। राज्य के ई-मित्र प्लेटफॉर्म को आईआरसीटीसी की टिकट बुकिंग सेवा से इंटीग्रेटेड कर दिया गया है। इसके लिए प्रदेश में ई-मित्र संचालकों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर व्यक्तिगत ई-केवाईसी करके आईआरसीटीसी पर ऑनबॉर्डिंग किया जा रहा हैं। प्रदेश में संचालित 76 हजार ई-मित्र कियोस्क संचालकों में से 7 हजार 500 ने इस सेवा को ई-मित्र पर शुरू करने के लिए डीओआईटी को आवेदन किया हैंं। जिसमें से करीब 1 हजार 110 पर ये सेवा शुरू कर दी गई हैं
एसएमएस अस्पताल : लगातार बढ़ रहा आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन
संक्रमण से बचने के लिए लोग अब अस्पताल की आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन पर्ची निकलवा रहे हैं।
प्रदेश के बड़े एसएमएस अस्पताल में इसका ग्राफ बढ़ रहा है। लॉकडाउन से पहले जहां 10 हजार की ओपीडी में 400 रजिस्ट्रेशन आॅनलाइन होते थे। वहीं अब रोज ढाई हजार की ओपीडी में 300 से अधिक रजिस्ट्रेशन आॅनलाइन हो रहे हैं। लोग एसएमएस अस्पताल में कतार में लगकर रजिस्टेशन नहीं कराना चाहते।
लॉकडाउन के बाद रोडवेज बसों में ई टिकट लेने वालों की संख्या बढ़ी है। आॅनलाइन टिकट पर यात्रियों को कैशबैक की भी सुविधा है। नवीन जैन, एमडी रोडवेज