जानें रॉबर्ट वाड्रा से क्यों जुड़ा है पूरा मामला
2010: मामले का खुलासा, स्काईलाइट ने 150 बीघा और फिर 125 बीघा जमीन खरीदी।
2014: फर्जी आवंटन से जुड़े 16 केस गजनेर और दो केस कोलायत पुलिस थाने में दर्ज, चार केस वाड्रा की कंपनी से जुड़े हुए हैं।
2106: ईडी ने बीकानेर में एक साथ 8 ठिकानों पर छापेमारी की थी
2017: एजेंसी ने 4 अभियुक्तों की संपत्ति कुर्क की थी, दो जनों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक अशोक कुमार, वाड्रा के करीबी कहे जाने वाले महेश नागर के यहां ड्राइवर का काम करता है।
2018: नागर ने कंपनी को बीकानेर में खरीदी 4 जमीनों में रिप्रेजेंट किया था। महेश नागर के फरीदाबाद स्थित दफ्तर पर फरवरी में रेड पड़ी थी।
पहले दिन यूं चली सुबह से रात तक पूछताछ
सुबह 10:20 बजे वाड्रा, प्रियंका, मौरीन और वकील होटल से रवाना
10:26 बजे प्रवर्तन निदेशालय पहुंचे
10:30 बजे प्रियंका ईडी ऑफिस से रवाना
10:45 बजे वाड्रा और मां मौरीन से औपचारिक रूप से पूछताछ शुरू
10:55 बजे रॉबर्ट वाड्रा के वकीलों ने कुछ दस्तावेज सौपें
11:05 बजे वाड्रा ने पहले मां मौरीन वाड्रा से पूछताछ करने को कहा
11:30 बजे वाड्रा से जयपुर के अधिकारियों ने किए सवाल जवाब
11:40 बजे वकीलों ने अधिकारियों को और दस्तावेज दिखाएं
11:50 बजे रॉबर्ट वाड्रा से पहले चरण की पूछताछ हुई
दोपहर 12 बजे मौरीन से अकेले में ईडी अधिकारियों ने बात की
12:12 बजे मौरीन वाड्रा से दिल्ली से आए अधिकारियों ने बातचीत की
12:15 बजे वाड्रा से दूसरे चरण की पूछताछ हुई शुरू
12:22 बजे मोरिन होटल के लिए रवाना
दोपहर 12:45 अधिकारियों ने वाड्रा से जानकारी मांगी।
दोपहर 1 बजे वकीलों ने स्पष्टीकरण का पत्र और पेश किया
दोपहर 1:27 बजे वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय से होटल के लिए रवाना
दोपहर 2:27 बजे रॉबर्ट वाड्रा वापस ईडी दफ्तर पहुंचे
रात 8.30 बजे वाड्रा होटल के लिए निकले