scriptखाने के तेल 37 फीसदी तक महंगे | Edible oils up to 37 percent costlier | Patrika News

खाने के तेल 37 फीसदी तक महंगे

locationजयपुरPublished: Dec 26, 2019 12:15:22 am

Submitted by:

Jagmohan Sharma

प्याज के बाद खाद्य तेलों ने पकड़ी तेजी की रफ्तार

jaipur

खाने के तेल 37 फीसदी तक महंगे

जयपुर. प्याज के बाद अब खाद्य तेलों ने तेजी की रफ्तार पकड़ ली है। ढाई माह के दौरान खाने के तेल करीब 37 फीसदी तक उछल चुके हैं। तेजी निरंतर जारी है, जबकि सरकार की ओर से कोई सार्थक प्रयास अभी तक नजर नहीं आ रहे हैं। उधर सरकार के पास लगभग 13 लाख टन सरसों एवं मूंगफली का स्टॉक पड़ा हुआ है। नई तिलहन आने में अभी दो माह की देरी है। तेलों की कीमतें काबू में रहें, इसके लिए सरकार को तुरंत प्रभाव से तिलहनों की बिक्री बढ़ा देनी चाहिए। गौरतलब है कि मलेशिया और इंडोनेशिया से आयातित पाम तेल महंगा होने से देश में सोयाबीन और सरसों तेल समेत तमाम तेल व तिलहनों के भावों में जोरदार तेजी का रुख बना हुआ है। बीते ढ़ाई माह में पामोलिन तेल 37.50 फीसदी महंगा हो गया है। इसी प्रकार सरसों तेल 15 प्रतिशत एवं सोयाबीन तेल 20 फीसदी उछल गया है।
खाद्य तेलों के कब कितने भाव

खाने के तेल 4 अक्टूबर 24 दिसंबर बदलाव

पामोलिन ऑयल 544 रुपए 748 रुपए 37.50

सोयाबीन तेल 760 रुपए 912 रुपए 20.00

सरसों तेल 825 रुपए 950 रुपए 15.15
(औसत भाव रुपए प्रति 10 किलो तथा बदलाव प्रतिशत में)

सरकार के पास तिलहनों का कहां कितना स्टॉक

सरसों सीड- राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात तथा उत्तर प्रदेश में कुल 9 लाख 12 हजार टन।
मूंगफली- राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा गुजरात में कुल 2 लाख 56 हजार टन।

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