वर्तमान शैक्षणिक सत्र में वन विभाग की ओर से अस्थाई तौर पर तीन माह के लिए सरकारी विद्यालयों में सात शिक्षक लगाए गए हैं। यह शिक्षक आठ सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों को गणित, विज्ञान व अंग्रेजी की शिक्षा दे रहे हैं। वहीं पिछले साल वन विभाग की ओर से सरकारी विद्यालयों में अस्थाई तौर पर पांच शिक्षक लगाए गए थे।
वर्तमान में वन विभाग की ओर से लगाए गए शिक्षक राउमावि खिलचीपुर, राउमावि रांवल, राउमावि डूंगरी, राउमावि तालेड़ा, राउमावि गोठबिहारी, राउमावि खिदरपुरजादौन व राउप्रावि करेड़ी में विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं। वहीं पिछले साल वन विभाग की ओर से भूरीपहाड़ी, तालेड़ा, खिदरपुर जादौन, गोठबिहारी, बसोकलां, जमूलखेड़ा व रांवल के स्कूलों में शिक्षक लगाए थे।
सरकारी स्कूलों में शिक्षक लगाने पर वन विभाग की ओर से हर सत्र में करीब डेढ़ लाख से अधिक का खर्च हो रहा है। इन शिक्षकों को प्रतिमाह ७१०० रुपए मानदेय दिया जा रहा है। यह मानदेय वन विभाग की ओर से सोशल वेलफे यर फण्ड के माध्यम से दिया जा रहा है।
राउमावि रावंल (इंग्लिश) 98 प्रतिशत
राउमावि गोठबिहारी(इंग्लिश) 90 प्रतिशत
राउप्रावि बसोकलां (गणित) 100 प्रतिशत
राउप्रावि कुतलपुरा मालियान (गणित-विज्ञान) 100 प्रतिशत
राउप्रावि जमूलखेड़ा (गणित-विज्ञान) 100प्रतिशत
राउमावि तालेड़ा (गणित-विज्ञान) 100 प्रतिशत
राबाउप्रावि भूरीपहाड़ी (गणित-विज्ञान) 100 प्रतिशत