घर में बंद बच्चों की क्रिएटिविटी डवलप करने का प्रयास
बच्चों को दिए जाएंगे आर्ट किट
घर में बंद बच्चों की क्रिएटिविटी डवलप करने का प्रयास
जयपुर, 22 अगस्त
कोविड के कारण स्कूल लंबे समय से बंद रहे हैं जिसके कारण बच्चों का स्कूल से सीधे जुड़ाव नहीं हो पाया और क्लास रूम एक्टीविटीज नहीं हो सकी। इतना ही नहीं घरों में बंद बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर इसके कई विपरीत परिणाम भी देखने में आए, ऐसे में अब इन बच्चों को क्रिएटिविटी से जोडऩे की जिम्मेदारी उठाई है राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद
ने। परिषद फाउंडेशन लिट्रेसी न्यूमेसी के तहत पहली से पांचवीं क्लास के बच्चों आर्ट किट उपलब्ध करवा रहा है जिससे उनके सीखने के तरीके को सरल, सहज और रोचक बनाया जा सके।
यह मिलेगा किट से फायदा
: आर्ट के जरिए बच्चों में सीखने के प्रति रुचि जागृत होगी।
: उनके क्रियात्मक और सृजनात्मक कौशल का विकास होगा।
: स्वयं करके ज्ञान सृजन के अवसर मिलेंगे।
: बच्चों को एक्टिविटी बेस्ड पढ़ाई के लिए जरूरी सामग्री मिल सकेगी।
कला किट में दी जाएगी यह सामग्री
स्क्रेप बुक या स्केच बुक
कलरिंग बुक
क्रेयोन्स या पेंसिल कलर
कार्डशीट
क्राफ्ट पेपर या ग्लेज पेपर
पिक्चर चार्ट पेपर
पेंसिल, रबर, और शार्पनर
गम ट्यूब और स्केल।
बालसभा में एग्जिबिट होगी क्रिएटिविटी
परिषद ने शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि टीचर्स एक सितंबर से स्कूल खुलने के बाद क्लासवर्क में आर्ट किट का उपयोग करवाएं ही साथ ही पढ़ाई के दौरान बच्चों को ऐसा होमवर्क दें जिससे वह इस किट का उपयोग घर पर भी कर सकें। स्टूडेंट्स इस किट से जो भी क्रिएटिव वर्क करेंगे उसे क्लास रूम, प्रार्थना सभा या बाल सभा में एग्जिबिट किया जाए जिससे बच्चों का उत्साहवर्धन हो सके। शिक्षकों का यह भी दायित्व होगा कि आर्ट किट के बारे में अभिभावकों को भी जानकारी दें और जिससे वह भी अपने बच्चों को इसका उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करें ना कि आर्ट किट के उपयोग को समय बरबाद करना माने। वहीं शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह यह सुनिश्चित करें कि आर्ट किट हर विद्यार्थी को मिल रही है या नहीं। साथ ही किट का उचित उपयोग हो रहा है अथवा नहीं।
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