घाट गेट, शास्त्री नगर, बड़ी चौपड़, रामगंज बाजार, खजाने वालों का रास्ता, नेहरू बाजार सहित कई प्रमुख बाजार अब पूरी रात खुले रहते हैं। लोग अल सुबह चार बजे सहरी होने तक खरीदारी करते हैं। सबसे ज्य़ादा खरीदारों की भीड़ रामगंज बाजार में देखने को मिल रही है। शहर के कई मु्स्लिम बाहुल्य इलाकों से भी लोग यहां खरीदार करने पहुंच रहे हैं।
हालांकि बाजार में उमड़ी भीड़ के चलते ट्रेफिक पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ती है। ट्रेफिक जाम न हो, इसके लिए बाजार में दुपहिया और चौपहिया वाहनों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। खरीदारी करने के लिए लोग पैदल ही यहां पहुंचते हैं। हालांकि दिन में बाजारों में भीड़ नजर नहीं आती है, क्योंकि नौतपा की तेज गर्मी के चलते रोजेदार और खरीदार दिन में आने की बजाए शाम को रोजा खोलने के बाद ही बाजारों का रुख कर रहे हैं। । रामगंज बाजार में सबसे ज्यादा खरीदारी सिवईयों और कपड़ों की ही हो रही है ।
मुस्लिम धर्मावलंबियों में दान-पुण्य का दौर
वहीं दूसरी ओर रमजान माह में दान पुण्य का भी विशेष महत्व है। मुस्लिम धर्मावलंबी जकात और फितरे के रूप में गरीबों को दान पुण्य करते हैं। मुस्लिम धर्मावलंबियों को अपनी सालाना इनकम का ढाई प्रतिशत के लिहाज से दान(जकात) देना इस्लाम में अनिवार्य है। ईद की नमाज से पहले-पहले जकात अदा करने का आदेश है।
दूसरे प्रदेशों से आते हैं दुकानदार
वहीं रामगंज और घाटगेट, शास्त्री नगर में उत्तर प्रदेश के लखनऊ, मुरादाबाद, रामपुर, मेरठ से आए दुकानदार अपनी दुकानें लगाते हैं। हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस बार बाजारों में व्यापार अच्छा होने से बाहर से आए दुकानदारों के चेहरों पर खुशी है। दुकानदारों का कहना है कि खरीदारी अच्छी होने से उनके माल की लागत निकलने के साथ ही मुनाफा भी हो रहा है।
प्रशासन ने किए व्यापक इंतजाम
वहीं ईद के पर्व को देखते हुए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। बिजली, पानी और साफ-सफाई के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। वहीं जामा मस्जिद और ईदगाह में नमाज के मद्देनजर इन इलाकों में ट्रेफिक को डायवर्ट किया गया है।