El Nino and Cyclone Vayu Effect Monsoon in Rajasthan : अलनीनो ( El Nino ) और वायु चक्रवात ( Vayu Cyclone ) ने मानसून की रफ्तार पर लगाम लगा दी है। देरी से चल रहा मानसून और लेट ( Monsoon Update ) हो रहा है। ऐसे में राजस्थान में इसके और 7 दिन देरी से आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
जयपुर। अलनीनो ( el nino ) और वायु चक्रवात ( VAYU CYCLONE ) ने मानसून की रफ्तार पर लगाम लगा दी है। देरी से चल रहा मानसून और लेट ( Monsoon Update ) हो रहा है। 10 जून तक कर्नाटक, तेलंगाना पहुंचने वाला monsoon 2019 जून 22 को पहुंचा है। ऐसे में राजस्थान में इसके और 7 दिन देरी से आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। दिल्ली और जयपुर में लगभग एक समय में ही मानसून आता है, ऐसे में इसके जुलाई के दूसरे सप्ताह तक आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
प्रशांत महासागर ( Pacific Ocean ) में तीन से पांच साल के बीच अलनीनो की स्थितियां बनती हैं। इस साल मार्च में प्रशांत महासागर में अलनीनो का प्रभाव ( el nino effect ) सामने आया लेकिन इस बार अलनीनो सामान्य से अधिक है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि अलनीनो कमजोर हो रहा है, और जून तक इसका प्रभाव खत्म होगा। यही कारण है कि इस बार मानसून प्रभावित रहा।
क्या है अलनीनो ( What is El Nino? ) प्रशांत महासागर की सतह का तापमान अचानक बढ़ जाता है, जिससे हवाएं पूर्व से पश्चिम की ओर बहने लगती हैं। महासागर की सतह से 20-25 किलोमीटर ऊपर तक वायु के बदलाव का क्षेत्र बन जाता है, जो दक्षिण पश्चिम मानसून की हवाओं की रफ्तार रोक देता है। ऐसे में मानसून या तो कमजोर हो जाता है या बारिश बहुत कम होती है।
राजस्थान में कब-कब पहुंचा मानसून ( monsoon in rajasthan ) 2014 – 3 जुलाई 2015 – 24 जून 2016 – 22 जून 2017 – 27 जून 2018 – 29 जून को मानसून ने राजस्थान में प्रवेश किया।
तो समय से आ सकता है मानसून ( Monsoon 2019 in Rajasthan ) राजस्थान में 22 जून तक मानसून की बांसवाड़ा, उदयपुर में दस्तक हो जाती है। 2016 में 22 जून को मानसून आ गया था। साथ ही दिल्ली और जयपुर में मानसून आने का समय एक ही होता है। यहां 28 और 29 जून तक मानसून आ जाता है।
मौसम विशेषज्ञ इस बार दिल्ली में ही जुलाई के दूसरे सप्ताह में मानसून आने का समय बता रहे हैं। ऐसे में जयपुर को भी अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि प्रदेश में इस बार एक जून से 20 जून के बीच ही प्री मानसून ( Pre Monsoon Showers ) में 59 फीसदी अधिक बारिश हो हुई है। अब मानसून से इससे अधिक उम्मीद की जा रही है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अरब सागर से अगर कोई सिस्टम डवलप हो तो प्रदेश में मानसून इसी जून के अंत तक आ सकता है। अरब सागर से नम हवाएं मानसून के वेग को आगे बढ़ाएंगी।