शिकायतकर्ता चाहे तो पहचान गुप्त रख सकता है। mobile app के जरिए शिकायत करने पर 100 मिनट के भीतर स्थिति साफ कर दी जाएगी। इसी आधार पर संबंधित अधिकारी जांच कर कार्रवाई कर सकेंगे। राज्य चुनाव आयोग ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसे डाउनलोड कराने के लिए जिला निवार्चन अधिकारी को निर्देश दिए हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ऐप का प्रयोग सफल रहा था। हालांकि, यहां अभी परीक्षण किया जा रहा है।
अभी कर सकते हैं डाउनलोड
इस मोबाइल ऐप को अभी डाउनलोड कर रजिस्टर तो किया जा सकता है, लेकिन इसका उपयोग निर्वाचन घोषणा तिथि से प्रभावी होगा। उसी राज्य के मतदाता उपयोग कर पाएंगे, जहां चुनाव होने हैं। मतदान के दिन तक ही काम करेगा, इसके बाद नहीं।
इस मोबाइल ऐप को अभी डाउनलोड कर रजिस्टर तो किया जा सकता है, लेकिन इसका उपयोग निर्वाचन घोषणा तिथि से प्रभावी होगा। उसी राज्य के मतदाता उपयोग कर पाएंगे, जहां चुनाव होने हैं। मतदान के दिन तक ही काम करेगा, इसके बाद नहीं।
इस तरह आप कर सकेंगे शिकायत
01. ऐप को प्ले स्टोर या चुनाव आयोग की साइट से लोड करें।
02. शुरू होते ही वीडियो व फोटो का विकल्प आता है। विकल्प चिन्हित करने के बाद शिकायत संबंधित रिटर्निंग अधिकारी के मेल पर पहुंच जाएगी।
03. उपनिर्वाचन अधिकारी चैक करेगा। शिकायत सही होने पर एफआइआर करानी होगी।
01. ऐप को प्ले स्टोर या चुनाव आयोग की साइट से लोड करें।
02. शुरू होते ही वीडियो व फोटो का विकल्प आता है। विकल्प चिन्हित करने के बाद शिकायत संबंधित रिटर्निंग अधिकारी के मेल पर पहुंच जाएगी।
03. उपनिर्वाचन अधिकारी चैक करेगा। शिकायत सही होने पर एफआइआर करानी होगी।
मतदाता छिपा सकेंगे पहचान
1. ऐप का बीटा वर्जन लोगों और चुनाव कर्मियों के लिए उपलब्ध होगा, जिससे वे इसके बारे में जानकारी जुटा सकेंगे।
2. ऐप के बाद मतदाताओं को चुनाव संबंधी शिकायत दर्ज कराने के लिए पीठासीन अधिकारी के कार्यालय तक दूरी नापनी नहीं पड़ेगी।
3. यदि शिकायतकर्ता नाम व मोबाइल नंबर छुपाना चाहता है, तो वह विकल्प चुन सकता है।
1. ऐप का बीटा वर्जन लोगों और चुनाव कर्मियों के लिए उपलब्ध होगा, जिससे वे इसके बारे में जानकारी जुटा सकेंगे।
2. ऐप के बाद मतदाताओं को चुनाव संबंधी शिकायत दर्ज कराने के लिए पीठासीन अधिकारी के कार्यालय तक दूरी नापनी नहीं पड़ेगी।
3. यदि शिकायतकर्ता नाम व मोबाइल नंबर छुपाना चाहता है, तो वह विकल्प चुन सकता है।
– चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी को पहली बार मोबाइल ऐप के जरिए पकडऩे पर काम कर रहे हैं। ऐप परीक्षण में है और जल्द ही काम करना शुरू कर देगा। हर व्यक्ति इसका उपयोग कर पाएगा।
आनंद कुमार, राज्य निर्वाचन अधिकारी
आनंद कुमार, राज्य निर्वाचन अधिकारी