पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं वर्तमान में नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ( Nagaur MP hanuman beniwal ) ने बताया कि यह खुशी और गौरव का क्षण है कि जिस दल का उदय लाखों लोगों की उपस्थिति में किसान और जवान के विकास की बात करने के लिए हुआ था, उसी दल ने राज्य पार्टी का दर्जा हासिल किया है। जो जनता के आशीर्वाद का परिणाम है।
बेनीवाल ने कहा कि संसद में एनडीए के सहयोगी दल के रूप में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा।
नागौर के खींवसर तथा झुझुंनू के मंडावा से विधायक के सांसद चुने जाने के कारण इन दोनों स्थानों पर होने वाले उपचुनाव के बारे में भी निर्णय लेने के लिए एक बैठक का आयोजन किया जाएगा। बेनीवाल ने कहा कि आगामी नगरीय निकाय एवं पंचायती राज के चुनाव में भी उनकी पार्टी सक्रियता से भाग लेगी।
जाने आरएलपी पार्टी के बारे में
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की राजनीतिक दल के तौर पर स्थापना 29 अक्टूबर 2018 को हुई थी। जयपुर में हुई हुंकार रैली में नई पार्टी की घोषणा हुई थी। पार्टी का सर्वे-सर्वा हनुमान बेनीवाल ने संभाली। इस दल का चुनाव चिन्ह “पानी की बोतल” रखा गया। इस दल को 2018 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में 3 सीटें मिली थी, उस चुनाव में इस दल ने पहली बार भाग लिया था। लेकिन लोकसभा चुनाव में रालोपा ने एक नागौर सीट पर चुनाव लड़ते हुए भाजपा से गठबंधन किया।
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं जैसे की वसुंधरा राजे और राजेंद्र राठौड़ पर विवादित बयान देने के कारण हनुमान बेनीवाल को भारतीय जनता पार्टी से निलंबित व फिर निष्कासित कर दिया गया था। महारानी महाविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भ्रष्टाचार के आरोप तक अगाये थे। बेनीवाल राजस्थान की राजनीती में मजबूत माने जाने वाली जाट जाति से आते हैं।
राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में कुल 57 सीटों पर चुनाव लड़ा तथा 3 सीटों पर अपनी जीत सुनिश्चित की।
भोपालगढ़ (अनुसुचित जाति ) – पुखराज गर्ग (पहली बार चुनाव लड़े )
मेड़ता ( अनुसूचित जाती ) – इंदिरा देवी ( पहली बार चुनाव लड़ीं )
खींवसर – हनुमान बेनीवाल (तीसरी बार चुनाव लड़े)
भोपालगढ़ (अनुसुचित जाति ) – पुखराज गर्ग (पहली बार चुनाव लड़े )
मेड़ता ( अनुसूचित जाती ) – इंदिरा देवी ( पहली बार चुनाव लड़ीं )
खींवसर – हनुमान बेनीवाल (तीसरी बार चुनाव लड़े)