कार्यक्रम में इलेक्ट्रोपैथी जनक कांउट सिजर मैटी एंव इलेक्ट्रोपैथी संबंधी 12 खण्डों में प्रदर्शित प्रदर्शनी मुख्य केन्द्र रही। उद्धघाटन सत्र के पूर्व प्रदर्शनी का उद्धघाटन विधायक शकुतला रावत ने किया। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोपैथी के विकास के लिए जो भी कदम उठाए जाएंगे उसके लिए पीछे नहीं हटेंगे। इलेक्ट्रोपैथी के विषय को विधानसभा में उठाया जाएगा। उन्होंने अपने घोषणा की कि बानसुर क्षेत्र मे अगर कोई इलैक्ट्रोपैथी चिकित्सालय खोलते हैं तो विधायक कोष से जितनी राशि चाहिए उतनी दिलवाई जाएगाी।
उड़ीसा से आए डॉ. कमलकांत नायक ने केन्सर एंव इलेक्ट्रोपैथी मेडीसिन पर विशेष चर्चा की और इलेक्ट्रोपैथी के कैंसर और इलेक्ट्रोसिटी ग्रुप की दवाऔं को बारीकी से समझाया वहीं चम्बा से डॉ. संजीव शर्मा ने मल्टीपल माईलोमा पर व्याख्यान दिया। डॉ. जगतार सिंह ने लीवर केंसर पर विशेष व्याख्यान दिया और कहा कि अगर रोगी को शुरुआत में ही इलेक्ट्रोपैथी दवाएं दे दी जाएं तो रोगी पूर्णतया ठीक हो जाता है।
इलेक्ट्रोपैथी चिकित्सा परिषद के डॉ. योगेन्द्र पुरोहित ने बताया की सेमिनार मे देशभर से 620 चिकित्सकों ने भाग लिया एंव सेमिनार स्थल पर इलेक्ट्रोपैथी जनक काउंट सीजर मैटी की विभीन्न कलाकृतियां, 50 से अधिक लेखकों की इलेक्ट्रोपैथी पर 80 से ज्यादा पुस्तके, देश की प्रसिद्ध फार्मेसियों की ऑरिजनल एंव पेटेंट मेडीसीन एंव पन्द्रह खण्डों में इलेक्ट्रोपैथी प्रदर्शनी मुख्य हिस्सा रही।