उत्तराखंड हाईकोर्ट ने हाथियों को खदेडऩे के लिए उन पर लाल मिर्च या मिर्चीबम का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य में 11 हाथी कॉरीडोर के बाहरी इलाकों में रहने वाले लोग हाथियों को भगाने और इंसानों पर उनके हमले की घटनाओं को कम करने के लिए मिर्ची पाउडरों और मिर्ची बम का उपयोग करते थे। हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है।
नेपाल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र के हाथी रामनगर, कॉर्बेट और कोसी नदी पहुंचकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 121 का हिस्सा पार करते हैं, जहां तीन हाथी कॉरीडोर- कोटा, चिलकिया-कोटा और दक्षिण पटलिदुन-चिलकिया स्थित हैं। मानवीय जनसंख्या बढऩे के कारण कॉरीडोर्स सालों में सिकुड़ गए हैं, जिससे हाथी इंसानी बस्तियों के करीब पहुंच गए हैं। इन कॉरीडोर के बाहरी इलाकों में रह रहे लोगों ने सालों से जंगली हाथियों से बचाने के लिए एक तरीका अपनाया। वे कॉरीडोर के बाहरी क्षेत्रों में मिर्ची के पाउडर के बैग रखते थे, और जब वे हाथियों का झुंड देखते तो मिर्ची को हवा में उड़ा देते, जिसके बाद हाथियों को पीछे हटना पड़ता।
नेपाल के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र के हाथी रामनगर, कॉर्बेट और कोसी नदी पहुंचकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 121 का हिस्सा पार करते हैं, जहां तीन हाथी कॉरीडोर- कोटा, चिलकिया-कोटा और दक्षिण पटलिदुन-चिलकिया स्थित हैं। मानवीय जनसंख्या बढऩे के कारण कॉरीडोर्स सालों में सिकुड़ गए हैं, जिससे हाथी इंसानी बस्तियों के करीब पहुंच गए हैं। इन कॉरीडोर के बाहरी इलाकों में रह रहे लोगों ने सालों से जंगली हाथियों से बचाने के लिए एक तरीका अपनाया। वे कॉरीडोर के बाहरी क्षेत्रों में मिर्ची के पाउडर के बैग रखते थे, और जब वे हाथियों का झुंड देखते तो मिर्ची को हवा में उड़ा देते, जिसके बाद हाथियों को पीछे हटना पड़ता।