राजधानी जयपुर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल आमेर (Amer Fort) में बुधवार को एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। पूरी दुनिया में हाथी सवारी के लिए प्रसिद्ध आमेर में आज पर्यटकों को सवारी करा रही दो हथिनी आपस में भीड़ गई जिससे महल में अफरा-तफरी मच गई। हथिनियों पर सवार पर्यटकों ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई।
जानकारी के अनुसार आज सवेरे आमेर महल के सूरज पोल गेट से पहले प्रसाद की दुकान के सामने दो हथिनी आपस में लडऩे लगी। इनकी जोरदार लड़ाई से महल में अफरा-तफरी मच गई। आमेर महल घुमने आए देसी-विदेशी पर्यटकों में हडक़ंप मच गया और वो इधर-उधर भागने लगे।
पर्यटकों ने कूद कर बचाई जान
बताया जा रहा है कि लडऩे के बाद एक हथिनी महल की और चली गई तो जलेब चौक में जाने के बाद वहां भी भगदड़ मच गई। जलेब चौक में और भी हाथी मौजूद थे जिन्हें भी महावतों ने कंट्रोल किया और एक साइड ले गए। जब हथिनियां आपस में भिड़ी तब दोनों पर ही विदेशी सैलानी सवार थे। इस दौरान उन्होंने बड़ी मुश्किल से कूद कर अपनी जान बचाई।
बताया जा रहा है कि लडऩे के बाद एक हथिनी महल की और चली गई तो जलेब चौक में जाने के बाद वहां भी भगदड़ मच गई। जलेब चौक में और भी हाथी मौजूद थे जिन्हें भी महावतों ने कंट्रोल किया और एक साइड ले गए। जब हथिनियां आपस में भिड़ी तब दोनों पर ही विदेशी सैलानी सवार थे। इस दौरान उन्होंने बड़ी मुश्किल से कूद कर अपनी जान बचाई।
मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी ने तुरंत जलेब चौक में भ्रमण कर रहे पर्यटकों को हटाया। अगर समय रहते स्थिति को काबू नहीं किया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। आमेर में हाथियों का भिडऩा कोई नई बात नहीं है इससे पहले भी कई बार यहां हाथियों में भिड़ंत हो चुकी है जिसमें कई बार हादसे भी हुए है।
हाथी सवारी को पर्यटक करते हैं एंजॉय
जयपुर शाही ठाठ-बाट के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। इसी ठाठ-बाट और शाही रौनक को महसूस करने के लिए वर्षभर यहां हजारों की संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं। जयपुर का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल आमेर का महल अपनी अनुपम खूबसूरती के साथ ही हाथी सवारी के लुत्फ के लिए भी याद किया जाता है। आमेर महल में हाथियों की बड़ी तादाद है। जयपुर के राजाओं की सेना और सेवा में बड़ी संख्या में आमेर में हाथी और उनके पालक मौजूद थे। मावठे में हाथी अठखेलियां करते और खुले प्राकृतिक माहौल में विचरण करते थे। आमेर महल तक पहुंचने के लिए टेढ़ी-मेढ़ी चढ़ाई के रास्ते पर हाथी सवारी को विदेशी पर्यटक खूब एंजॉय करते हैं। हाथी पर बैठकर राजसी अंदाज से आमेर की खूबसूरत पहाडियों, जलाशय, शहर और महल के विहंगम दृश्य का आनंद लेते हुए मंथर गति से महल पहुंचना अपने आप में खूबसूरत अनुभव होता है।
जयपुर शाही ठाठ-बाट के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। इसी ठाठ-बाट और शाही रौनक को महसूस करने के लिए वर्षभर यहां हजारों की संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं। जयपुर का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल आमेर का महल अपनी अनुपम खूबसूरती के साथ ही हाथी सवारी के लुत्फ के लिए भी याद किया जाता है। आमेर महल में हाथियों की बड़ी तादाद है। जयपुर के राजाओं की सेना और सेवा में बड़ी संख्या में आमेर में हाथी और उनके पालक मौजूद थे। मावठे में हाथी अठखेलियां करते और खुले प्राकृतिक माहौल में विचरण करते थे। आमेर महल तक पहुंचने के लिए टेढ़ी-मेढ़ी चढ़ाई के रास्ते पर हाथी सवारी को विदेशी पर्यटक खूब एंजॉय करते हैं। हाथी पर बैठकर राजसी अंदाज से आमेर की खूबसूरत पहाडियों, जलाशय, शहर और महल के विहंगम दृश्य का आनंद लेते हुए मंथर गति से महल पहुंचना अपने आप में खूबसूरत अनुभव होता है।