लॉयन सफारी में तेजिका की फैमिली होगी शिफ्ट
बायोलॉजिकल पार्क में गत दिनों एशियाई शेरनी तेजिका ने तीन शावकों को जन्म दिया था। अब वे पूर्णत: स्वस्थ हैं। लॉयन सफारी का कार्य पूर्ण होने के बाद तेजिका, नर सिद्धार्थ व सुहासिनी को इस सफारी में शिफ्ट करने की विभाग की योजना है। पार्क में भेडिय़े, सियार व हायना ने भी शावकों को जन्म दिया है।
बायोलॉजिकल पार्क में गत दिनों एशियाई शेरनी तेजिका ने तीन शावकों को जन्म दिया था। अब वे पूर्णत: स्वस्थ हैं। लॉयन सफारी का कार्य पूर्ण होने के बाद तेजिका, नर सिद्धार्थ व सुहासिनी को इस सफारी में शिफ्ट करने की विभाग की योजना है। पार्क में भेडिय़े, सियार व हायना ने भी शावकों को जन्म दिया है।
चिडिय़ाघर भी करना पड़ेगा खाली
सेन्ट्रल जू ऑथीरिटी ऑफ इंडिया ने चिडिय़ाघर से सभी वन्य जीवों को निकाल कर खुले पार्कों में रखने के निर्देश दे रखे हैं। इसके चलते रामनिवास बाग में स्थित चिडिय़ाघर को भी वन विभाग को खाली करना पड़ेगा। फिलहाल बड़ी संख्या में वन्य जीवों को नाहरगढ़ भेजा जा चुका है, जबकि शेष को भेजने का काम चल रहा है। जिन्हें जल्द—से—जल्द नाहरगढ भिजवा दिया जाएगा।
सेन्ट्रल जू ऑथीरिटी ऑफ इंडिया ने चिडिय़ाघर से सभी वन्य जीवों को निकाल कर खुले पार्कों में रखने के निर्देश दे रखे हैं। इसके चलते रामनिवास बाग में स्थित चिडिय़ाघर को भी वन विभाग को खाली करना पड़ेगा। फिलहाल बड़ी संख्या में वन्य जीवों को नाहरगढ़ भेजा जा चुका है, जबकि शेष को भेजने का काम चल रहा है। जिन्हें जल्द—से—जल्द नाहरगढ भिजवा दिया जाएगा।
फैक्ट फाइल – 720 हैक्टेयर है बायोलॉजिकल पार्क का कुल क्षेत्रफल
– 80 हैक्टेयर में बना है जूलॉजिकल पार्क
– 21 एनक्लोजर हैं जूलॉजिकल पार्क में, टाइगर, शेर, पैंथर सभी संकटग्रस्त प्रजातियां हैं यहां
– 80 हैक्टेयर में बना है जूलॉजिकल पार्क
– 21 एनक्लोजर हैं जूलॉजिकल पार्क में, टाइगर, शेर, पैंथर सभी संकटग्रस्त प्रजातियां हैं यहां