दूसरी ओर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ के प्रभारी व प्रोग्राम मैनेजर शब्बीर हुसैन का कहना है कि तीन नहीं, दिसंबर का वेतन ही बाकी है। सरकार बदलने के बाद अधिकारी भी बदल गए, जिससे फंड के फ्लो में कमी आई और वेतन भुगतान नहीं हो पाया। वैसे जीवीके ईएमआरआई, जयपुर की ओर से सुपरवाइजरी स्टाफ को भले ही ज्यादा देर हो जाए, लेकिन ईएमटी और पायलट के वेतन को प्राथमिकता दी जाती है। वेतन का भुगतान जल्द कराने का प्रयास किया जाएगा।
यह मिलता है वेतन कार्मिकों के अनुसार ईएमटी की ग्रोस सैलेरी 10,600 रुपए है, जिनमें कटौती के बाद 9300 रुपए हाथ में आते हैं। इसी तरह पायलट की तनख्वाह करीब 9000 रुपए है, जिसमें कटौती होती है। यह मामूली वेतन भी दो-तीन माह के अंतराल में आने से घर चलाना मुश्किल हो रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
12 घंटे बाद घर जाने का संकट, इसलिए देते हैं 24 घंटे की ड्यूटी इन दिनों हालात गंभीर इसलिए भी है कि जेब में पैसे नहीं होने से शहर के आसपास के गांवों में रहने वाले ईएमटी, पायलट सुबह 8 से रात 8 बजे तक ड्यूटी के बाद घर जाने में भी असहज महसूस कर रहे हैं। एेसे में वे गुजारिश कर 24-24 घंटे ड्यूटी कर अगला दिन ब्रेक ले रहे हैं।
उदयपुर में 160 कार्मिक वेतन से महरूम
जीवीकेईएमआरआई कंपनी से जुड़े एम्बुलेंसकर्मी पिछले दो माह से वेतन को तरह रहे हैं। एनएचएम यानी नेशनल हैल्थ मिशन की ओर से वेतन में तीन प्रतिशत कटौती नहीं करने के लिए आदेश जारी किए गए हैं। राजस्थान सरकार यह राशि फिलहाल हैदराबाद मुख्यालय के लिए जारी करेगी। इसके बाद ये राशि जयपुर से जारी होगी।
कोटा में एंबुलेंस चालकों को दो माह से नहीं मिल रही तनख्वाह
कोटा जिले में 108, 104 व बैस एम्बुलेंस कर्मियों को पिछले दो माह से तनख्वाह नहीं मिल रही है। कोटा में करीब 100 से अधिक कार्मिक है। जिन्हें तनख्वाह नहीं मिली है। कर्मचारियों ने बताया कि एेसे में घर चलाना मुश्किल हो रहा है। संबंधित कम्पनी को अवगत करा चुके है, लेकिन हर बार प्रोसेस में मामला होने की बात कहकर टाल रही है।
सरकार से फंड नहीं मिलने से रुका वेतन दो नहीं, एक महीने का वेतन बकाया है। नवंबर का भुगतान हो चुका है, जिन कर्मचारियों को वह नहीं मिला, वे सीधे प्रबंधन से संपर्क कर सकते हैं। सरकार से आगे फंड नहीं मिलने से दिसंबर का वेतन रुका है। वार्ता चल रही है। फंड मिलते ही तीन-चार दिन में भुगतान हो जाएगा।
भानु सोनी, राज्य प्रवक्ता, जीवीके ईएमआरआई, जयपुर