गौरतलब है कि कांस्टेबल बनने के लिए लिखित परीक्षा में करीब 15 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। खाली पद जिला व आरएसी की बटालियनों के स्तर पर बांटे गए थे। राज्य स्तर पर लिखित परीक्षा होने के बाद अन्य प्रक्रिया शाखा स्तर पर ही शुरू की गई है। नियमानुसार दक्षता परीक्षा में पद से पांच गुणा अभ्यर्थी आने थे। कहने को परीक्षा का स्तर कक्षा 10 का था लेकिन परिणाम कुछ और निकले। अधिकतर स्थानों पर पांच गुणा अभ्यर्थी पास ही नहीं हुए। प्रतापगढ़ जिले में 136 पदों के लिए हुई लिखित परीक्षा में पांच गुणा तो दूर, मात्र 129 ही पास हुए। आरएसी जेल सुरक्षा के 51 पदों के लिए मात्र 80 अभ्यर्थी ही पास हुए हैं। आरएसी की पांचवीं बटालियन में तो 48 पदों पर मात्र 37 अभ्यर्थी पास हुए हैं।
दौड़ के नए नियम पड़े भारी
परीक्षा के बाद दौड़ में छात्र अधिक संख्या में बाहर हो रहे हैं। पहले कांस्टेबल भर्ती के लिए 10 किलोमीटर की दौड़ आवश्यक थी। इस बार इसे कम कर 5 किलोमीटर किया गया है। बीस मिनट में दौड़ पूरी करने वाले को 15 नम्बर, 22 वाले को 10 तथा 25 मिनट में पूरी करने वाले को 5 नम्बर दिए जा रहे हैं। अभ्यर्थियों से 25 मिनट में यह दौड़ पूरी नहीं हो पा रही है। परीक्षा कराने में पुलिस ने पहले देर कर दी, फिर परीक्षा का परिणाम घोषित करते ही दौड़ आयोजित कर दी। पुलिस भर्ती शाखा के आईजी प्रशाखा माथुर के अनुसार परीक्षा में पांच गुणा पास होने होते हैं लेकिन फेल होने वालों का प्रतिशत कुछ ज्यादा है। पद खाली रहने की स्थिति के बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते। रिजल्ट घोषित होने के बाद जानकारी आएगी।
परीक्षा के बाद दौड़ में छात्र अधिक संख्या में बाहर हो रहे हैं। पहले कांस्टेबल भर्ती के लिए 10 किलोमीटर की दौड़ आवश्यक थी। इस बार इसे कम कर 5 किलोमीटर किया गया है। बीस मिनट में दौड़ पूरी करने वाले को 15 नम्बर, 22 वाले को 10 तथा 25 मिनट में पूरी करने वाले को 5 नम्बर दिए जा रहे हैं। अभ्यर्थियों से 25 मिनट में यह दौड़ पूरी नहीं हो पा रही है। परीक्षा कराने में पुलिस ने पहले देर कर दी, फिर परीक्षा का परिणाम घोषित करते ही दौड़ आयोजित कर दी। पुलिस भर्ती शाखा के आईजी प्रशाखा माथुर के अनुसार परीक्षा में पांच गुणा पास होने होते हैं लेकिन फेल होने वालों का प्रतिशत कुछ ज्यादा है। पद खाली रहने की स्थिति के बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते। रिजल्ट घोषित होने के बाद जानकारी आएगी।