निर्माण में मिलावट, कार्रवाई के नाम पर भेजे नोटिस
प्रोजेक्ट के काम की गुणवत्ता पर भी सवाल लगातार उठ रहे हैं। रजनी विहार समेत तीन जगह बनी टंकियों में निर्माण के दौरान क्रेक आ गया। सुमेर नगर में कंक्रीट में मिलावट के कारण टंकी के निर्माणाधीन पिलर भरभरा कर गिर गए। इंजीनियरों ने ठेकेदार के भ्रष्टाचार पर नोटिस देकर चुप्पी साध ली। अब इस प्रोजेक्ट के काम की गति बढ़ाई जा रही है।
पचास फीसदी ही काम हुआ अब तक
अप्रेल 2020 में शुरू होने वाले इस प्रोजेक्ट के तहत बालावाला पंप हाउस से लेकर लोहामंडी तक 43 किलोमीटर लंबी लाइन बिछाने, वितरण तंत्र बिछाने के साथ ही 19 टंकियों का निर्माण होना था। 27 महीने बाद भी एक भी टंकी अपना आकार नहीं ले सकी। विभाग के इंजीनियर कह रहे हैं कि धरातल पर अभी 50 प्रतिशत काम पूरा हुआ है। ऐसे में मार्च 2023 में काम पूरा होना आसान नहीं दिख रहा है।
काम की धीमी गति पर प्रोजेक्ट के इंजीनियरों को लगी फटकार जब इस प्रोजेक्ट के काम की समीक्षा हुई तब तब प्रोजेक्ट के इंजीनियर कोरोना के कारण काम बंद होने का बहाना लेते रहे। अब इंजीनियर बारिश के कारण काम बंद होने का बहाना बना रहे हैं। जबकि रोडकट, रेलवे से समय पर एनओसी लेने को लेकर गंभीर नहीं दिखे। बारिश शुरू होने से ठीक पहले जरूरी एनओसी ली गई और फिर तीन महीने तक काम बंद होने की बात कह रहे हैं।
गति बढ़ा कर करेंगे मार्च 2023 तक पूरा पृथ्वीराज नगर प्रोजेक्ट के काम की प्रगति की समीक्षा की जिसमें सामने आया है कि काम की गति काफी धीमी है। इंजीनियरों को काम में तेजी लाकर प्रोजेक्ट को मार्च 2023 तक पूरा करने के आदेश दिए हैं। - मनीष बेनीवाल, मुख्य अभियंता (शहरी), जलदाय विभाग