scriptengineering and polytechnic colleges#multi-entry, multi-exit system# | अधूरी पढ़ाई फिर से कर सकेंगे पूरी, इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्नीक कॉलेजों में शुरू होगा मल्टी एन्ट्री, मल्टी एक्जिट सिस्टम | Patrika News

अधूरी पढ़ाई फिर से कर सकेंगे पूरी, इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्नीक कॉलेजों में शुरू होगा मल्टी एन्ट्री, मल्टी एक्जिट सिस्टम

locationजयपुरPublished: Nov 09, 2022 09:59:47 pm

Submitted by:

Rakhi Hajela

ऐसे स्टूडेंट्स जिन्हें किसी कारण के चलते अपनी पढ़ाई अधूरी छोडऩी पड़ी थी अब वह फिर से एडमिशन लेकर अपनी इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्नीक की पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। वह भी वहीं से जहां उन्होंने पढ़ाई छोड़ी थी। राज्य सरकार प्रदेश के इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्नीक संस्थानों में मल्टी एंट्री्र मल्टी एग्जिट, मल्टी डिसीप्लिनरी योजना लागू करने जा रही है।

अधूरी पढ़ाई फिर से कर सकेंगे पूरी, इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्नीक कॉलेजों में शुरू होगा मल्टी एन्ट्री, मल्टी एक्जिट सिस्टम
अधूरी पढ़ाई फिर से कर सकेंगे पूरी, इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्नीक कॉलेजों में शुरू होगा मल्टी एन्ट्री, मल्टी एक्जिट सिस्टम

जयपुर। ऐसे स्टूडेंट्स जिन्हें किसी कारण के चलते अपनी पढ़ाई अधूरी छोडऩी पड़ी थी अब वह फिर से एडमिशन लेकर अपनी इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्नीक की पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। वह भी वहीं से जहां उन्होंने पढ़ाई छोड़ी थी। राज्य सरकार प्रदेश के इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्नीक संस्थानों में मल्टी एंट्री्र मल्टी एग्जिट, मल्टी डिसीप्लिनरी योजना लागू करने जा रही है।
तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि आगामी सत्र से प्रदेश के पॉलिटेक्नीक और इंजीनियरिंग कॉलेजों में मल्टी एंट्री,मल्टी एग्जिट,मल्टी डिसीप्लिनरी योजना लागू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे उन छात्र.छात्राओं को लाभ होगा, जिनकी पढ़ाई किसी कारणवश बीच में ही छूट गई और वे फिर से दाखिला लेकर कोर्स पूरा करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि जहां तक उन्होंने पहले पढ़ाई की थी, वे उसके अगले स्तर पर फिर से दाखिला ले सकेंगे।
गर्ग बुधवार को तकनीकी शिक्षा भवन में राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों में मल्टी एंट्री,मल्टी एग्जिट, मल्टी डिसीप्लिनरी योजना के ड्राफ्ट पर चर्चा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के लिए बहुत हितकारी साबित होगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति. 2020 के कुछ घटकों को लागू करने की दिशा में यह योजना लागू की जा रही है। उन्होंने पॉलिटेक्निक के साथ.साथ प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी यह सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग का एक साल पूरा करने वालों को सर्टिफिकेट,दो साल वालों को एडवांस सर्टिफिकेट, तीन साल की पढ़ाई पूरी करने वालों को डिप्लोमा तथा 4 साल वालों को डिग्री देने का विचार किया गया है।
उन्होंने बताया कि इसमें ऐसे युवा छात्र.छात्राओं को भी लाभ होगा जो पहले साल में प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर पास नहीं कर पाए। यह छात्र.छात्राएं कोई भी अन्य शाखा चुन कर नए सिरे से पढ़ाई शुरू कर सकते हैं। तृतीय और चतुर्थ सेमेस्टर पास नहीं कर पाए छात्र छात्राओं को भी इच्छित शाखा चुनने और एक्स्ट्रा क्रेडिट का लाभ दिया गया है। इसी प्रकार पांचवें व छठे सेमेस्टर पास नहीं कर पाने वालों को भी एक्स्ट्रा क्रेडिट्स की सुविधा दी गई है ।
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