राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों, क्रिटिकल टाइगर हैबिटॉट बाघ परियोजना क्षेत्रों और अभयारण्यों के लिए पर्यटक प्रवेश शुल्क, पर्यटक वाहन प्रवेश शुल्क, बोट व इलेक्ट्रिक वाहन प्रवेश शुल्क, बोटिंग शुल्क, कैमरा फीस की दरें मय ईको डवलपमेंट सरचार्ज के 20 मार्च 2015 से 31 मार्च 2019 तक प्रभावी की गई थी। लेकिन 3 मार्च 2015 को जारी अधिसूचना में 1 अप्रेल 2019 से आगामी आदेशों तक दरों में स्वत: दस प्रतिशत की वृद्धि प्रति वर्ष करने के निर्देश दिए गए थे। इसके चलते दरें अब एक अप्रेल से संशोधित हो गई है। जिस कारण से अब 1 अप्रेल 2020 से 31 मार्च 2021 तक दस प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ प्रवेश शुल्क वसूला जाना है।
हालांकि संशोधित दरों में एक अप्रेल से ही बढ़ोतरी हो गई है। लेकिन देशभर में मार्च माह में लॉकडाउन होने के बाद से वनों में पर्यटन भी बंद रहा। ऐसे में अब जब भी वनों में प्रवेश खोला जाएगा और कोरोना वायरस से जंग जीतने के बाद वनों मे सैर सपाटा शुरू होगा तो इसका असर इंडियन सिटीजन, नॉन इंडियन सिटीजन की जेब पर पड़ेगा।