प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान दो बार जनसभाओं में इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का वादा किया था लेकिन अब बीजेपी के लोग ही इसमें अड़ंगा लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अगर केंद्र की मोदी सरकार इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करती है तो भी हम अपने दम पर इस योजना का काम पूरा करेंगे और उसे हर हाल में लागू करेंगे।हमने इस योजना के लिए 9600 करोड़ रुपए अपने बजट में रखे हैं।
गहलोत ने कहा कि यह योजना राजस्थान के 13 जिलों के लाखों लोगों को प्रभावित करती है। क्या भारत सरकार को चिंता नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हम भीख नहीं अपना हक मांग रहे हैं। पानी राज्य का विषय है न कि केंद्र का और हम किसी भी कीमत पर इस योजना का काम बंद नहीं होने देंगे।
प्रेम से निकम्मा कहने पर भी कुछ लोगों को लगता है बुरा
गहलोत ने एक बार फिर निकम्मा शब्द दोहराया। सीएम गहलोत ने इशारों इशारों में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर निशाना साधा। सीएम गहलोत ने कहा कि निकम्मा शब्द को मंत्री रामलाल जाट ने अच्छी तरीके से परिभाषित किया है जो काम नहीं करता है वह निकम्मा होता है। वही बात मैं बोलता हूं कि वो निकम्मा और नाकारा है,अगर मैं किसी को प्रेम से भी निकम्मा बोलता हूं तो कुछ लोगों को बुरा लगता है। मुख्यमंत्री गहलोत से पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुए जलदाय मंत्री महेश जोशी ने भी गजेंद्र सिंह शेखावत को एब्सेंट माइंड और निकम्मा बताया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के दो वीडियो का वरबेटम पढ़कर सुनाया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईस्टर्न कैनल परियोजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए भाषण के दो वीडियो के वरबेटम पढ़कर भी सुनाए और कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने ईस्टर्न कैनल पर एक शब्द भी नहीं कहा। इसका मतलब वो एब्सेंट माइंड थे।जनता जब दिमाग बनाती है तो नेताओं को अकल आ जाती है। राजस्थान की जनता ने 25 एमपी भाजपा के जिताकर भेजे हैं। क्या जनता को हक नहीं है कि उनकी मांग पूरी हो।
सीएम गहलोत ने कहा कि जुलाई 2018 में पीएम मोदी ने ईस्टर्न कैनल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की बात कही थी। तब राजस्थान में वसुंधरा की सरकार थी। उस वक्त मोदी तुझसे बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खेर नहीं नारे लगते थे। नारे भाजपा यही एक धड़े के द्वारा लगाए जाते थे।
महाराष्ट्र के बाद अब पता नहीं किस राज्य का नंबर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में आज तनाव और हिंसा का माहौल है। षड्यंत्र रच का सरकारी गिराने का काम हो रहा है। महाराष्ट्र में सरकार गिरा दी गई है, अब कुछ ही राज्यों में गैर भाजपा की सरकार है वहां भी इस तरह का षड्यंत्र शुरू हो जाएगा।पता नहीं अब किस राज्य का नंबर आएगा।सीएम गहलोत ने कहा कि यह इतने खतरनाक लोग हैं कि ईस्टर्न कैनल परियोजना में भी कोई न कोई कमी निकाल कर उसमें भी ईडी,सीबीआई की एंट्री करा देंगे लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं हर हाल में इस योजना पर काम पूरा करेंगे।
घटना के 7 दिन बाद उदयपुर जा रहे हैं बीजेपी के नेता
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उदयपुर में बहुत ही हृदय विदारक घटना हुई है। मैं अपना जोधपुर के तमाम कार्यक्रम रद्द कर के उदयपुर पहुंचा था लेकिन बीजेपी के लोग ऐसी घटना के बावजूद भी मौके पर उदयपुर नहीं गए और हैदराबाद में सैर सपाटा करते रहे अब 7 दिन के बाद उदयपुर जा रहे हैं
खाचरियावास ने कहा, ईआरसीपी पर दिल्ली कूच करो
इससे पहले कांग्रेस के जन प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि एक बार सभी को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहिए और अगर उसके बाद भी ईआरसीपी की मांग पूरी नहीं होती तो फिर 13 जिलों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिल्ली कूच करना चाहिए और आर-पार की लड़ाई का ऐलान करना चाहिए।
बीजेपी के लोग देश में नफरत फैला रहे हैं
वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने संबोधन में कहा कि ईआरसीपी के मुद्दे पर मैं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह को चेतावनी देता हूं कि उन्होंने जो षड्यंत्र रचा है कि राजस्थान की सरकार को इसका श्रेय नहीं मिले।इसको हम कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि देश में बीजेपी के लोगों ने नफरत और हिंसा का माहौल खड़ा कर दिया है जिसे हम कामयाब नहीं होने देंगे। सम्मेलन को कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय,महेश जोशी, प्रदेश प्रभारी अजय माकन और मंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने भी संबोधित किया।