जयपुरPublished: Dec 11, 2022 11:33:12 pm
Anand Mani Tripathi
राहगीरों को हादसे से बचाने के लिए बनाए फुट ओवरब्रिज का उपयोग केवल कमाई तक सीमित रह गया है। टोंक रोड की व्यस्त सड़क हिस्से में नारायण सिंह सर्कल और टोंक फाटक हिस्से में एस्केलेटर युक्त फुट ओवरब्रिज बनाए गए, लेकिन दोनों ही जगह एस्केलेटर का ज्यादातर हिस्सा बंद है। इससे राहगीरों को या तो एस्केलेटर पर चढ़कर जाना पड़ता है
राहगीरों को हादसे से बचाने के लिए बनाए फुट ओवरब्रिज का उपयोग केवल कमाई तक सीमित रह गया है। टोंक रोड की व्यस्त सड़क हिस्से में नारायण सिंह सर्कल और टोंक फाटक हिस्से में एस्केलेटर युक्त फुट ओवरब्रिज बनाए गए, लेकिन दोनों ही जगह एस्केलेटर का ज्यादातर हिस्सा बंद है। इससे राहगीरों को या तो एस्केलेटर पर चढ़कर जाना पड़ता है या फिर वाहनों के बीच सड़क हिस्से से गुजरना पड़ रहा है। बुजुर्गों और असहायों के लिए तो बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है। अनुबंधित फर्म एन.एस. पब्लिसिटी कंपनी के खिलाफ एक्शन लेने की बजाय नगर निगम ग्रेटर प्रबंधन एक साल और अनुबंध बढ़ा रहा है। इससे राजस्व अधिकारी से लेकर आयुक्त तक की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। पत्रिका संवाददाता ने मौका स्थिति देखी तो हकीकत सामने आई।