बाड़मेर की दीक्षा कुडानियां का कहना है कि उसे विकल्प पत्र में अपने पति की सरकारी नौकरी का ब्यौरा देना था। उसमें गलती रह गई और विकल्प पत्र सेव हो गया। गलती को सुधारने के लिए कई जगह फोन कर दिए, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इस तरह हमारी पोस्टिंग में दिक्कतें आ सकती हैं। वहीं जयपुर की श्वेता मीना बताती हैं कि वेबसाइट पर विकल्प भरते—भरते यह अपने आप बंद हो रही थी। पूरा दिन लग रहा है एक विकल्प पत्र भरने में।
निदेशालय के दिशा निर्देश के मुताबिक जिनके पत्र नहीं भरे गए, उन्हें मेरिट के आधार पर पदस्थापन नहीं मिलेगा। उसे विभागीय स्तर पर रिक्त जगहों पर लगाया जाएगा। जबकि कई अभ्यर्थी साइट ना खुलने से परेशान हैं और विकल्प पत्र नहीं भर पा रहे हैं। इसका समाधान भी अब तक नहीं दिया जा रहा है।