चर्चा है कि इन तबादलों में सरकार को समर्थन दे रहे विधायकों की डिजायर जमकर चली। सरकार से अपने—अपने क्षेत्रों में स्थानांतरणों संबंधी हर मांग पूरी कराई गई। 12 जुलाई से 12 अगस्त के बीच 15 तबादला सूचियां आईं, जिनमें आईएएस से लेकर आरएएएस अधिकारी तक बदले गए। सर्वाधिक बड़ी संख्या में राजस्थान प्रशासनिक सेवा के करीब सवा दो सौ अधिकारियों को इधर—उधर कर दिया गया। खासबात यह रही कि इन सूचियों को देखें तो तबादलों की उठापटक में राजधानी स्तर पर कम तबादले किए गए, लेकिन जिलों से लेकर गांवों तक पूरी अफसरशाही को मंथा गया।
विधायकों की मानी, 80 एसडीओ बदले! तबादला सूचियों का विश्ललेषण करें तो सर्वाधिक 80 उपखंड अधिकारियों का तबादला इन सूचियों में किया गया। जानकारों की मानें तो विधानसभा क्षेत्रों में एसडीओ ही एसा पद होता है, जिससे विधायकों का सर्वाधिक कामकाज पड़ता है। 30 जुलाई को आई आरएएस सूची में एक साथ 50 उपखंड अधिकारी बदल दिए गए।
पंचायतों में भी तबादलों की बरसात बाड़ेबंदी की अवधि में पंचायत स्तर के अधिकारियों के तबादलों की भी बरसात हुई। 10 जुलाई से ही शुरु हुई ब्लॉक विकास अधिकारियों की तबादला सूचियोें में सौ से अधिक अधिकारियों को बदल दिया गया। सूत्रों के अनुसार इनमें भी अधिकतर विधायकों की मर्जी पर किए गए।