देश में प्याज के भावों को लेकर हंगामा मचा हुआ है। जबकि हकीकत में महंगाई की मार आम आदमी पर चौतरफा हो रही है। इसी बीच लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय उपभोक्ता मामले के मंत्री रामविलास पासवान ने महंगाई को माना है। उन्होंने 12 महीने के खाद्य वस्तुओं के दाम भी संसद को बताए। सरकार ने माना कि प्याज के खुदरा दाम जनवरी में 18 रुपए थे, जो दिसंबर में 281 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 81.90 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए। तुअर, उड़द, मूंग की दाल के दामों में 20 से 30 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है।
यह कारण गिनाए
– मांग व आपूर्ति में असामनता
– मौसम की विपरीत परिस्थिति यह कदम उठाए
– प्याज के निर्यात पर रोक
– आलू-प्याज और दालों में हस्तक्षेप के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष का उपयोग
– केंद्रीय एजेंसियां, राज्य सरकारों को ब्याजमुक्त कार्यशील पूंजी एकत्र करना
– मांग व आपूर्ति में असामनता
– मौसम की विपरीत परिस्थिति यह कदम उठाए
– प्याज के निर्यात पर रोक
– आलू-प्याज और दालों में हस्तक्षेप के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष का उपयोग
– केंद्रीय एजेंसियां, राज्य सरकारों को ब्याजमुक्त कार्यशील पूंजी एकत्र करना
आभूषण निर्यात नवंबर में 4.74 फीसदी घटा
प्रमुख निर्यात बाजारों में कमजोर उपभोक्ता धारणा के कारण नवंबर में सालाना आधार पर रत्न एवं आभूषण निर्यात 4.74 प्रतिशत घटकर 18,136.2 करोड़ रुपए रह गया। जीजेईपीसी के आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2018 में रत्न एवं आभूषण निर्यात 19,039.10 करोड़ रुपए था। चालू वित्त वर्ष में अप्रेल-नवंबर के दौरान निर्यात 4.85 प्रतिशत घटकर 1,76,540.39 करोड़ रुपए रहा।
प्रमुख निर्यात बाजारों में कमजोर उपभोक्ता धारणा के कारण नवंबर में सालाना आधार पर रत्न एवं आभूषण निर्यात 4.74 प्रतिशत घटकर 18,136.2 करोड़ रुपए रह गया। जीजेईपीसी के आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2018 में रत्न एवं आभूषण निर्यात 19,039.10 करोड़ रुपए था। चालू वित्त वर्ष में अप्रेल-नवंबर के दौरान निर्यात 4.85 प्रतिशत घटकर 1,76,540.39 करोड़ रुपए रहा।