दरअसल जोधपुर में स्थित जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय की 19 मई से स्नातक परीक्षाएं शुरू हुई थी। 25 और 26 मई को बीए प्रथम और द्वितीय वर्ष के इतिहास का प्रश्न पत्र व्हाट्सएप पर वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा और गोपनीय शाखा संदेह के घेरे में आ गई थी। मामले में छात्र छात्राओं के विरोध प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय ने उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की थी। सरकार ने भी रिपोर्ट मांगी थी और भगत की कोठी पुलिस थाना ने भी शनिवार रात को एफ आई आर दर्ज की थी। सोमवार को पुलिस जांच करने पहुंचती इससे पहले ही रविवार रात करीब बारह बजे केंद्रीय कार्यालय स्थित गोपनीय शाखा में आग लग गई। आग में गोपनीय शाखा का काफी रिकॉर्ड जल गया। जिसमें प्रश्न पत्र और कई उत्तर पुस्तिकाए शामिल होने का अंदेशा है। दमकल ने पहुंचकर आग पर काबू किया। विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार गोमती शर्मा सहित कई अधिकारी रात को मौके पर पहुंचे। आग के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है। हमेशा की तरह प्रारंभिक जांच मंे इसे भी शॉर्ट सर्किट ही माना जा रहा है।
आधी रात तक उठता रहा धुआं
आग लगने की सूचना के बाद नगर निगम की तीन दमकल मौके पर पहुंची। दमकल ने 20 मिनट के बाद आग पर काबू पाया। आधी रात तक गोपनीय शाखा से धुआं उठता रहा। सूत्रों के अनुसार विश्वविद्यालय का काफी रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया। इस रिकॉर्ड में क्या क्या शामिल था, इस बारे में विश्वविद्यालय प्रशासन जांच कर रहा है।