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एक फरवरी को फांसी है तो जल्द सुनवाई प्राथमिकता

locationजयपुरPublished: Jan 28, 2020 01:33:59 am

Submitted by:

anoop singh

निर्भया केस: मुकेश की अर्जी पर बोले सीजेआइ

एक फरवरी को फांसी है तो जल्द सुनवाई प्राथमिकता

एक फरवरी को फांसी है तो जल्द सुनवाई प्राथमिकता

नई दिल्ली.
निर्भया गैंगरेप और मर्डर मामले में दोषी मुकेश सिंह अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने जल्द सुनवाई के संकेत दिए हैं। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे ने सोमवार को कहा कि यदि किसी को 1 फरवरी को फांसी होनी है तो इसकी जल्द सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की अहम प्राथमिकता होगी। बोबडे ने दोषी की वकील वृंदा ग्रोवर को कहा कि वे मेंशनिंग रजिस्ट्रार के पास जाएं। प्रधान न्यायाधीश बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ में जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि निर्भया मामले में फांसी की सजा पाए मुकेश सिंह की दया याचिका को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चार दिन के बाद 17 जनवरी को खारिज कर दिया था। दया याचिका खारिज करने के खिलाफ मुकेश की ओर से सुप्रीम कोर्ट में न्यायिक समीक्षा का अनुरोध किया गया है।
शत्रुघ्न केस को बनाया आधार
मुकेश की ओर से शत्रुघ्न चौहान केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आधार पर अनुच्छेद 32 के तहत कोर्ट से दया याचिका के मामले में न्यायिक समीक्षा का अनुरोध किया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट से मेडिकल व संबंधित दस्तावेज के परीक्षण की मांग भी की है।

एक फरवरी को दी जानी है फांसी
राष्ट्रपति ने अनुच्छेद 72 के तहत 17 जनवरी को मुकेश की दया याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने 22 जनवरी के लिए जारी डेथ वारंट रद्द करते हुए एक फरवरी की सुबह 6 बजे फांसी के लिए नया डेथ वारंट जारी किया था।
चारों दोषियों के विकल्प
पवन गुप्ता: क्यूरेटिव याचिका और दया याचिका
अक्षय सिंह: क्यूरेटिव याचिका और दया याचिका
विनय शर्मा: दया याचिका
मुकेश सिंह: दया याचिका खारिज, सुप्रीम कोर्ट में न्यायिक समीक्षा पर सुनवाई जारी

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