लॉकडाउन 4.0 के बाद सरकार ने एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और अस्पतालों के लिए टैक्सी, ऑटो और कैब सेवा को शुरू कर दिया है। लेकिन लॉकडाउन 5.0 ( Lockdown 5.0 ) में परिवहन सेवा में छूट मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। शहर में कंटेंटमेंट एरिया को छोड़ परिवहन सेवा सशर्त शुरू हो सकती है। लो फ्लोर बस भी डिस्टेंसिंग के साथ शुरू हो सकती है।
लॉकडाउन का पांचवा चरण लागू किए जाने की संभावना जताई गई है। जयपुर में कमिश्नरेट पुलिस ने उम्मीद जताई है कि 1 जून से सुरक्षा गाइड लाइन के जरिए मॉल खुल सकते हैं। अब जहां कोरोना संक्रमित होंगे वही कर्फ्यू लगेगा। आशंका है कि अभी भी धार्मिक स्थलों के साथ शैक्षणिक संस्थान, स्विमिंग पूल और सिनेमा हॉल बंद रह सकते हैं।
सवाई मानसिंह अस्पताल 3 महीने बाद 1 जून से नॉन कोविड मरीजों के लिए पहले शुरू किया जाएगा। s.m.s. में खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों के लिए अलग से आउटडोर की व्यवस्था की जाएगी। सर्दी, खांसी, जुकाम के मरीजों के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन काउंटर बनेंगे। चिकित्सक कक्ष में एक मरीज को ही प्रवेश मिलेगा।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से नहीं जुड़े प्रवासी व्यक्तियों को 2 महीने मई-जून के लिए प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम गेहूं प्रतिमाह और प्रति परिवार 1 किलो साबुत चना निशुल्क वितरण किया जाएगा। 15 जून से पहले गेहूं और साबुत चना का वितरण उचित मूल्य की दुकानों से करेंगे। उचित मूल्य की दुकानों के साथ मैपिंग का कार्य 1 जून से होगा।
राजस्थान उच्च न्यायालय सहित अधीनस्थ न्यायालयों में 31 मई के बाद नियमित का कामकाज को लेकर फिलहाल फैसला नहीं लिया है, लेकिन उच्च न्यायालय प्रशासन ने जून माह में होने वाले अवकाश में से पहले 2 सप्ताह को कार्य दिवस घोषित किया है। ऐसे में लॉकडाउन समाप्त होने की स्थिति में जून से सभी न्यायालयों में नियमित कामकाज संभव है।
करीब ढाई महीने बाद प्रदेश में सभी स्मारक व संग्रहालय 2 जून से पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे। 1 जून को पहले लोक कलाकारों के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पुरातत्व संग्रहालय विभाग ने इस संबंध में शुक्रवार को दिशा निर्देश जारी कर दिए। वहीं हाथी सवारी व रात्रि कालीन पर्यटन को अभी बंद ही रखा जाएगा।
जेडीए में जन समस्याओं के समाधान के लिए अब उप विभाजन और पुनर्गठन के लिए 8 जून से ऑनलाइन आवेदन शुरू किया जा रहा है। जेडीसी टी रविकांत ने बताया कि जविप्रा वेबसाइट से आवेदन किया जा सकेगा। आवेदकों को नागरिक सेवा केंद्र में उपस्थित होकर मूल दस्तावेजों की जांच करवानी होगी।