कविताओं, आध्यात्मिकता, संगीत या व्यंजनों वाली पोस्ट डालकर खुद को अभिव्यक्त करने वाले इस मंच पर मौजूद क्रिएटर्स को पेश करते हुए यह अभियान पूरे भारत के साथ जुड़ाव को प्रोत्साहित करता है। यह कू एप पर यूजर्स को भाषाई मुश्किलों को दूर करने, विभिन्न राज्यों और संस्कृतियों के लोगों के साथ बातचीत करके भारत को बेहतर तरीके से जानने के लिए प्रेरित करता है और एक गहरा सामाजिक जुड़ाव बनाता है। #ExtraSocial अभियान इस संदेश के इर्द-गिर्द तैयार किया गया है। अब कू के साथ, रहेगा इंडिया हमेशा एक्स्ट्रा सोशल। यह पंक्ति इस स्वदेशी मंच की सभी को एक साथ जोड़ने वाली प्रकृति को उजागर करती है, जो हर इंटरनेट यूजर को अपनी पसंद की भाषा में और पसंद के विषय पर व्यक्त करने की स्वतंत्रता देते हुए सोशल मीडिया का भरपूर अनुभव पाने का अधिकार देता है और ऐसा मौका अक्सर जिंदगी में पहली बार मिलता है। इस अभियान के पीछे के विचार को स्पष्ट करते हुए कू एप के प्रवक्ता का कहना है कि कू एप भाषाई प्राथमिकता वाले सोशल मीडिया की दुनिया में एक अनोखी पहल है। इसने लाखों गैर-अंग्रेजी बोलने वालों को अपनी मूल भाषा में स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम किया है, जिनमें पहली बार सोशल मीडिया से जुड़ने वाले यूजर्स भी शामिल हैं। इस सोशल मीडिया दिवस पर हम हर भारतीय को हमारे साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं और उन सभी एक्स्ट्रा चीजों को शेयर करके एक्स्ट्रा अभिव्यक्ति करने के लिए कहते हैं, जिनका वे अपनी जिंदगी में मजा लेते हैं। आइए #ExtraSocial हो जाएं।’