———————— मेडिकल प्रमाण पत्र भी कर सकेंगे अपलोड लाइसेंस रिन्युअल करवाते समय मेडिकल प्रमाण पत्र भी देना जरूरी होता है। जिसमें डॉक्टर यह सत्यापित करता है कि संबंधित व्यक्ति पूरी तरह फिट है। अभी तक यह ही दुविधा चल रही थी कि मेडिकल प्रमाण पत्र किस तरह लिया जाएगा। अब यह मेडिकल प्रमाण पत्र भी आवेदक भी घर बैठे अपलोड कर सकेंगे। आरटीओ इसे स्वीकार कर लेगा। बाद में इनकी रेंडम जांच की जाएगी। रेंडम जांच में गलत पाए जाने पर निरस्त किया जा सकता है।
————————— देरी इसीलिए, न परिवहन आयुक्त मौजूद-न जयपुर आरटीओ लाइसेंस रिन्युअल की ऑनलाइन सुविधा इसी सप्ताह से शुरू होनी थी मगर फिलहाल विभाग में न आयुक्त मौजूद है और न ही जयपुर आरटीओ। परिवहन आयुक्त अभी मेडिकल छुट्टी पर हैं और जयपुर आरटीओ का तबादला हो चुका है। पुराने आरटीओ राकेश शर्मा चले गए हैं और नए अफसर राजेश वर्मा ने अभी तक ज्वाइन नहीं किया है। इसी कारण यह सुविधा शुरू करने में देरी हो रही है।
————————- फिलहाल इस तरह किया जा रहा है आवेदन 1- ई-केवाईसी प्रक्रिया में आधार नंबर दर्ज करने पर आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आएगा। ओटीपी दर्ज से सत्यापन करने के बाद आधारकार्ड में अंकित नाम, जन्मतिथि, घर का पता और अन्य जानकारी स्वतः ही आवेदन में भर जायेगी। इसके बाद लर्नर लाइसेंस की फीस जमा कराने की विकल्प मिलेगा। फीस जमा होने के बाद 12 मिनट का एक वीडियो देखना होगा। इसमें यातायात नियमों की पालना संबंधित जानकारी होगी। इसके पूरा होने के बाद मोबाइल पर मैसेज के जरिए आवेदन नंबर और पासवर्ड प्राप्त होगा, उससे ही ऑनलाइन टेस्ट दिया जा सकेगा। इस टेस्ट में 20 प्रश्न होंगे, जिनमें से 12 सही करने पर ही पास होंगे। ये 20 प्रश्न हर आवेदकों के पास अलग-अलग आयेंगे। इसके बाद आवेदक ओटीपी के जरिए लर्नर लाइसेंस डाउनलोड कर सकते हैं। ई-केवाईसी का विकल्प तभी चुने, जब कि आधार में दर्ज सभी जानकारी सहीं हो।
2- आधारकार्ड में दर्ज जानकारी (जन्मतिथि व पता) के अनुसार आवेदन नहीं करने की स्थिति में आवेदक को जन्मतिथि, घर का पता आदि के साक्ष्य अपलोड करने होंगे। इसके बाद परिवहन कार्यालयों में संबंधित कर्मचारी आवेदन में अपलोड किये गए दस्तावेज साक्ष्य के रूप में मान्य होने पर, आवेदन में अंकित सूचनाओं से मिलान करेगा। आवेदन नियमानुसार होने पर आवेदक टेस्ट दे सकेगा। दोनों ही स्थिति में फोटो आधार से ली जाएगी।
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