राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस वायरल मैसेज के पीछे का सच जाना। इसके लिए हमने इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए इसे रिवर्स सर्च इमेज किया तो पता चला कि ये तस्वीर दो साल पुरानी यानी वर्ष 2018 की है। जिसे अभी दीपिका और रणवीर से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। दरअसल हमें कई वेबसाइट्स की लिंक मिले, जिसमें अक्षय कुमार की ये तस्वीर इस्तेमाल की गई थी। खबर के मुताबिक अक्षय कुमार ने ये झंडा वर्ष 2018 में दिल्ली यूनिवर्सिटी वुमन मैराथन के दौरान दिखाया था। इस झंडे को दिखाकर ही उन्होंने वुमन मैराथन को रवाना किया था। दरअसल यहां वो अपनी फिल्म पैडमैन का प्रमोशन करने पहुंचे थे। हालांकि उस वक्त एबीवीपी का झंडा फहराए जाने को लेकर उन्हें ट्वीटर पर आलोचनाएं भी झेलनी पड़ी थी। वहीं अक्षय कुमार के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर भी यह फोटो मिली, जिसे अक्षय ने फिल्म पैडमैन के प्रमोशन के दौरान पोस्ट किया था। अक्षय कुमार का एक ट्वीट भी है, जो साल 2018 में किया गया था। ट्वीट करते हुए अक्षय ने लिखा था कि उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी वुमन मैराथन का झंडा दिखाकर आगाज किया। यह मैराथन टैक्स फ्री सेनेटरी पैड के लिए आयोजित की गई थी।
बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीवीपी का झंडा पकड़े हुए नजर आ रही फोटो 2 साल पुरानी है। उन्होंने तब दिल्ली यूनिवर्सिटी वुमन मैराथन में यह झंडा लहराया था। इससे यह साफ हो जाता है कि सोशल मीडिया पर अब शेयर हो रही फोटो गलत दावे के साथ शेयर की जा रही है।