scriptफैक्ट चैक : कोरोना वायरस के हाथों में 10 मिनट तक रहने का दावा, यूनिसेफ के नाम पर मैसेज वायरल | Fact Check: Corona virus claims to be in hands for 10 minutes, viral | Patrika News

फैक्ट चैक : कोरोना वायरस के हाथों में 10 मिनट तक रहने का दावा, यूनिसेफ के नाम पर मैसेज वायरल

locationजयपुरPublished: May 28, 2020 06:40:05 pm

Submitted by:

Gaurav Mayank

कोरोना वायरस 10 मिनट तक रहता है हाथों में, पोस्ट वायरल, दावा- यूनीसेफ ने जारी की सूचना, सोशल मीडिया पर यूजर्स कर रहे पोस्ट शेयर, सच : हाथों में इतने समय तक वायरस के अब तक सबूत नहीं, जानें इस वायरल पोस्ट की पूरी सच्चाई

फैक्ट चैक : कोरोना वायरस के हाथों में 10 मिनट तक रहने का दावा, यूनिसेफ के नाम पर मैसेज वायरल

फैक्ट चैक : कोरोना वायरस के हाथों में 10 मिनट तक रहने का दावा, यूनिसेफ के नाम पर मैसेज वायरल

सोशल मीडिया पर किसी फोटो और वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे वायरल कर दिया जाता है। वहीं किसी पुरानी फोटो और वीडियो को नया बताकर भी उसे शेयर किया जाता रहता है। कई बार सच्चाई कोसों दूर होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग बिना सच जाने उसे वायरल करते रहते हैं। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस 10 मिनट तक हाथों में रहता है, इसलिए आपको अपनी जेब में एक सैनिटाइजर रखना चाहिए। इस पोस्ट का के्रडिट यूनिसेफ को दिया गया है। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच की तो पता चला कि यह दावा गलत है। पोस्ट की जांच में सच्चाई सामने आई कि सैनिटाइजर को साथ रखना और हाथों को साफ करना एक अच्छी आदत है, लेकिन इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि कोरोनो वायरस हाथों में 10 मिनट तक रहता है। इसके अलावा इस पोस्ट का यूनीसेफ से कोई संबंध नहीं है।
यह हो रहा वायरल
फेसबुक पर एक यूजर दकामडॉटकॉम ने इस पोस्ट को शेयर कियाहै। इस वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है कि कोरोनो वायरस हाथों पर 10 मिनट तक रहता है, इसलिए आपको अपनी जेब में एक सैनिटाइजर रखना चाहिए। इस पोस्ट के लिए यूनीसेफ को जिम्मेदार ठहराया गया है। वहीं साथ ही और भी कई दावे यूनिसेफ के नाम से शेयर किए हैं। साथ ही यह दावा ट्वीटर पर भी अन्य यूजर शेयर कर रहे हैं।
जांच
इस वायरल पोस्ट में सोर्स के तौर पर यूनीसेफ का नाम लिया जा रहा है। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने यूनीसेफ की वेबसाइट पर और उसके सोशल हैंडल पर भी इस पोस्ट से संबंधित जानकारी को खोजा। हमें यूनीसेफ की वेबसाइट पर कोई ऐसा मैसेज नहीं मिला कि कोरोनो वायरस 10 मिनट तक हाथों में रहता है। वहीं डब्ल्यूएचओ के अनुसार स्टडीज से पता चलता है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) कुछ घंटों या कई दिनों तक किसी सरफेस पर बना रह सकता है। यह अलग-अलग स्थितियों में अलग-अलग हो सकता है। यह साबित करने वाला अभी तक कोई सबूत नहीं है कि कोरोनो वायरस 10 मिनट तक हाथों में रहता है। डब्ल्यूएचओ अल्कोहल आधारित हैंड रब या साबुन और पानी से हाथ धोने की सलाह देता है। अपनी आंखों, मुंह या नाक को छूने से भी बचें।
25 डिग्री से ऊपर कोरोना का असर नहीं, गलत सूचना
कई लोगों का मानना है कि तापमान बढऩे से कोरोना के मरीज कम हो जाएंगे। इसके लिए भी हमने डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर देखा तो पता चला कि एक ऑर्टिकल में लिखा है कि अपने आप को सूर्य के सामने या 25 डिग्री से अधिक तापमान पर जाना कोरोनोवायरस रोग को नहीं रोकता है। आप कोविड-19 की चपेट में आ सकते हैं। चाहे मौसम कितना भी तेज या गर्म क्यों न हो। गर्म मौसम वाले देशों में कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं। अपने आप को बचाने के लिए सुनिश्चित करें कि आप अपने हाथों को बार-बार और अच्छी तरह से साफ करते हैं और अपनी आंखों, मुंह और नाक को छूने से बचते हैं।
सच
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इसकी जांच की और पता चला कि यह वायरल पोस्ट गलत है। हालांकि सैनिटाइजर को साथ रखना और हाथों को साफ करना एक अच्छी आदत है, लेकिन इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि कोरोना वायरस हाथों में 10 मिनट तक रहता है। इसके अलावा इस पोस्ट का यूनीसेफ से कोई संबंध नहीं है।
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