scriptFact Check : पेटीएम केवाईसी के सस्पेंड होने का फर्जी मैसेज वायरल | Fact Check: fake message of suspending Paytm KYC viral | Patrika News

Fact Check : पेटीएम केवाईसी के सस्पेंड होने का फर्जी मैसेज वायरल

locationजयपुरPublished: Jan 10, 2020 07:34:08 pm

Submitted by:

Gaurav Mayank

पेटीएम की ओर से मोबाइल पर केवाईसी अपडेट का मैसेज, री-एक्टीवेट नहीं कराने पर अकाउंट के 24 घंटे में ब्लॉक का दावा, मैसेज में फोन करने के लिए दिया जा रहा एक नंबर, सोशल मीडिया पर लोगों ने पेटीएम से पूछा इसका सच, सच – फर्जीवाड़े के लिए भेजा जा रहा यह मैसेज, जानें इस फर्जी मैसेज की पूरी सच्चाई
 

Fact Check : पेटीएम केवाईसी के सस्पेंड होने का फर्जी मैसेज वायरल

Fact Check : पेटीएम केवाईसी के सस्पेंड होने का फर्जी मैसेज वायरल

जयपुर। हाल के दिनों में कई पेटीएम यूजर्स को मोबाइल पर मैसेज मिल रहा है कि उनकी केवाईसी सस्पेंड हो गई है। मैसेज में यूजर्स से कहा जा रहा है कि उन्हें इसे री-एक्टिवेट कराने के लिए एक नंबर पर कॉल करना होगा, वरना उनका अकाउंट 24 घंटे के अंदर ब्लॉक हो जाएगा। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस वायरल मैसेज के पीछे का सच जाना। जांच में यह वायरल मैसेज फर्जी निकला। दरअसल इसे लोगों के साथ फर्जीवाड़े के लिए भेजा जा रहा है।
यह है वायरल मैसेज में
पेटीएम ग्राहकों को एक टेक्स्ट मैसेज मिल रहा है। इस मैसेज में अंग्रेजी में लिखा है, ‘डियर पेटीएम कस्टमर यॉर पेटीएम केवाईसी हेज बीन सस्पेंडेड पेटीएम ऑफिस फोन नंबर 7679046492 अकाउंट विल ब्लॉक विदइन 24 हॉवर थैंक यू’… यह मैसेज यूजर्स से कह रहा है कि उनकी पेटीएम केवाईसी ब्लॉक हो गई है। उन्हें पेटीएम ऑफिस के नंबर 7679046492 पर फोन करना होगा, वरना उनका अकाउंट 24 घंटे के भीतर ब्लॉक हो जाएगा।
जांच
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस वायरल मैसेज के पीछे का सच जाना। जांच में पेटीएम यूजर्स के कई सारे ट्वीट मिले। इसमें यूजर पेटीएम से पूछते मिले कि जो मैसेज उन्हें मिला है, वो प्रमाणिक है या नहीं। एक यूजर विनोद कुमार मिश्रा ने पेटीएम से ट्विटर पर यह मैसेज लिखकर पूछा कि यह पेटीएम की तरफ से पूछा जा रहा है, प्लीज हमें एडवाइज करें।
ऐसे ही एक ट्वीट का जवाब पेटीएम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दिया गया है। इस जवाब में लिखा है कि यह मैसेज पेटीएम की तरफ से कोई आधिकारिक कम्युनिकेशन नहीं है। इसमें आगे लिखा है, ‘कृपया ऐसे फर्जी कॉल करने वाले/संदेशों से बचकर रहें। इसे हमारे सामने लाने के लिए शुक्रिया, हम इसके खिलाफ उचित कदम उठाएंगे।’ पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर ने खुद ट्वीट कर यूजर्स को ऐसे मैसेज पर भरोसा नहीं करने को कहा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि धोखाधड़ी करने वालों के निशाने पर लोगों के पेटीएम अकाउंट हैं। पेटीएम के मुताबिक केवल आधिकारिक केवाईसी पॉइंट या पेटीएम रिप्रेजेंटेटिव की ओर से आपके घर पर ही केवाआईसी की जा सकती है। पेटीएम की फ्रॉड रोकथाम नीति के मुताबिक किसी को भी अपने पासवर्ड, पासकोड, एमपिन, पिन, सीवीवी या ओटीवी को किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। ऐसा तब भी नहीं करना चाहिए, जब कॉलर यह दावा कर रहा हो कि वह किसी संगठन या फिर पेटीएम से ही क्यों नहीं बात कर रहा है। पेटीएम कस्टमर केयर के अनुसार ‘पेटीएम ऐसे मैसेज नहीं भेजता या केवाईसी के लिए आपको कोई ऐप डाउनलोड करने के लिए नहीं कहता। किसी दूसरे ऐप को डाउनलोड कर केवाईसी की भी नहीं जा सकती। यह फर्जी मैसेज ऑनलाइन शेयर किया जा रहा है। हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे इस तरह के किसी फर्जी मैसेज का शिकार न बनें।’
सच

राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस वायरल मैसेज के पीछे का सच जाना तो पेटीएम केवाईसी सस्पेंड होने का फेक मैसेज वायरल हो रहा है। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम की जांच में सामने आया है कि पेटीएम ने ऐसा कोई मैसेज नहीं भेजा है और ये धोखाधड़ी की कोशिश है। वहीं जांच में हमें इस नंबर के अलावा और भी नंबर मिले, जिनसे धोखाधड़ी के लिए मैसेज किया जाता है।
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