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फैक्ट चैक : कोविड-19 के वायरस मारने के लिए सरकार द्वारा हवा में दवा छिड़काव का दावा, पोस्ट वायरल

locationजयपुरPublished: Mar 31, 2020 07:54:08 pm

Submitted by:

Gaurav Mayank

कोविड-19 के वायरस मारने के लिए हवा में दवा छिड़काव का दावा, दावा- सरकार द्वारा हवा में किया जाएगा दवा का छिड़काव, सोशल मीडिया पर यूजर्स कर रहे पोस्ट शेयर, सच : सरकार ऐसा कुछ नहीं कर रही, सच : सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कराया जा रहा, जानें इस वायरल पोस्ट की पूरी सच्चाई

फैक्ट चैक : कोविड-19 के वायरस मारने के लिए सरकार द्वारा हवा में दवा छिड़काव का दावा, पोस्ट वायरल

फैक्ट चैक : कोविड-19 के वायरस मारने के लिए सरकार द्वारा हवा में दवा छिड़काव का दावा, पोस्ट वायरल

सोशल मीडिया पर किसी फोटो और वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया जाता रहता है। वहीं किसी पुरानी फोटो और वीडियो को नया बताकर भी उसे शेयर किया जाता है। कई बार सच्चाई कोसों दूर होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग बिना सच जाने उसे वायरल करते रहते हैं।
व्हाट्सएप पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें लोगों को घर में रहने के लिए कहा जा रहा है, क्योंकि सरकार ‘कोरोना वायरस’ को मारने के लिए हवा में दवा का छिड़काव करने जा रही है। यह मैसेज मुंबई और बैंगलोर में तेजी से फैल रहा है और लोगों को रात 10 से सुबह 5 बजे तक घर में रहने के लिए कहा जा रहा है। इसके अलावा अब यह उत्तर प्रदेश के नाम पर भी फैल रहा है।
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच की तो पता चला कि यह दावा गलत है। इस पोस्ट की पड़ताल की तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई।
यह हो रहा वायरल
यह फर्जी मैसेज तब बेंगलुरु में वायरल होना शुरू हो गया, जिसमें लिखा था कि ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिके (बीबीएमपी) दवा का छिड़काव हवा में करने जा रहा है। फैलाए जा रहे मैसेज के साथ दिए टेक्स्ट में लिखा है कि “नमस्ते, बैंगलोर में हर किसी से विनम्र निवेदन कि आप आज रात 10 बजे के बाद कल सुबह 5 बजे तक अपने घर से बाहर न निकलें। कोविड-19 को मारने के लिए हवा में दवा का छिड़काव किया जाएगा। इस जानकारी को बेंगलुरु में अपने सभी दोस्तों, रिश्तेदारों और अपने परिवारों से शेयर करें। धन्यवाद!” यह मैसेज फेसबुक, ट्विटर सहित व्हाट्सएप पर भी वायरल हो रहा है।
जांच
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच शुरू की। हमने अधिकांश शहरों और राज्यों की स्वास्थ्य और सरकारी वेबसाइटों की जांच की, लेकिन सरकार की ओर से जारी किया गया ऐसा कोई सर्कुलर नहीं मिला। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट में भी ऐसी कोई सर्कुलर या घोषणा नहीं थी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालयों और नगर पालिकाओं के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी हमने ऐसा कुछ नहीं पाया। वहां भी इस तरह के छिड़काव या इस तरह के समय के दौरान लोगों को बाहर कदम नहीं रखने के बारे में कोई आदेश या ट्वीट नहीं था। वहीं इसकी पुष्टि के लिए मुंबई के बृहन्मुंबई महानगर पालिका के एक अधिकारी से भी संपर्क किया। नाम न बताने की इच्छा जाहिर करते हुए अधिकारी ने बताया कि “यह एक नकली संदेश है। कोई भी हवा में या कहीं भी कुछ भी नहीं छिड़क रहा है। यह किसी की दहशत पैदा करने की कोशिश है।”
इन मैसेज से दहशत में न आएं… पर घर में ही रहें
आपको हम बता दें कि जब तक जरूरी न हो, लोगों का घर के अंदर रहना ही सुरक्षित है, लेकिन इस तरह का संदेश गलत और नकली है।” यह वायरस का असर मनुष्य से मनुष्य में ही फैल रहा है। इसलिए हमेशा हाथ धोते रहें और मुंह पर मास्क लगा कर रहें।
सच
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने कोविड-19 के वायरस को मारने के लिए कई राज्यों में हवा में दवा के छिड़काव करने के सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट की जांच की तो पता चला कि यह पोस्ट गलत और फेक है। केंद्र सरकार या स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय या किसी राज्य सरकार की ओर से कोविड-19 के वायरस को मारने के लिए हवा में दवा का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। हालांकि पानी में मिलाकर सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव जरूर कराया जा रहा है।
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