scriptफैक्ट चैक : कोरोना वायरस मैसेज शेयर करना दंडनीय अपराध, पोस्ट वायरल | Fact Check: Sharing Corona Virus Messages Punishable Crime, Post Viral | Patrika News

फैक्ट चैक : कोरोना वायरस मैसेज शेयर करना दंडनीय अपराध, पोस्ट वायरल

locationजयपुरPublished: Apr 02, 2020 08:11:27 pm

Submitted by:

Gaurav Mayank

कोरोना वायरस के मैसेज शेयर करना दंडनीय अपराध का दावा, दावा- गृह मंत्रालय द्वारा यह मैसेज किया गया जारी, सोशल मीडिया पर यूजर्स कर रहे पोस्ट शेयर, सच : सरकार ने ऐसा कोई सर्कुलर नहीं किया जारी, जानें इस वायरल पोस्ट की पूरी सच्चाई
 

फैक्ट चैक : कोरोना वायरस मैसेज शेयर करना दंडनीय अपराध, पोस्ट वायरल

फैक्ट चैक : कोरोना वायरस मैसेज शेयर करना दंडनीय अपराध, पोस्ट वायरल

सोशल मीडिया पर किसी फोटो और वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे वायरल किया जाता रहता है। वहीं किसी पुरानी फोटो और वीडियो को नया बताकर भी उसे शेयर किया जाता है। कई बार सच्चाई कोसों दूर होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग बिना सच जाने उसे वायरल करते रहते हैं। सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर सहित व्हाट्सएप पर एक वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से जुड़ी कोई भी पोस्ट करना सरकार की ओर से दंडनीय अपराध घोषित किया गया है। यह दावा गलत है। इस मैसेज में गृह मंत्रालय (एमएचए) के मंत्रालय के रवि नायक का नाम शामिल है, जो वास्तव में मौजूद ही नहीं है।
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच की तो पता चला कि यह दावा गलत है। इस पोस्ट की पड़ताल की तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई।
यह हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में लिखा है कि “ग्रुप के सभी माननीय सदस्यों को सूचित किया जाता है कि अभी कोरोना वायरस से संबंधित किसी भी पोस्ट को केंद्र सरकार की ओर से दंडनीय अपराध घोषित किया गया है, केवल एक सरकारी एजेंसी कोरोना पर पोस्ट कर सकती है।” फेसबुक पर वायरल हमने फेसबुक पर इसी भ्रामक कैप्शन के साथ खोज की और पाया कि पोस्ट वहां वायरल है। फेसबुक पर दिनेश थापा यूजर ने इस पोस्ट को शेयर किया है। इस पोस्ट को अब तक करीब 618 लोगों ने शेयर किया है। वहीं करीब 200 लोगों ने लाइक किया है। वहीं ट्विटर और व्हाट्सएप पर भी ऐसी पोस्ट शेयर की जा रही है।
घर में ही रहें
कोरोना वायरस का असर पूरे विश्व में हो रहा है। इसके लिए भारत में 21 दिन का लॉकडाउन भी रखा गया है। इसलिए आपको हम बता दें कि जब तक जरूरी न हो, लोगों का घर के अंदर रहना ही सुरक्षित है, लेकिन इस तरह का संदेश भेजना गलत है।” यह वायरस का असर मनुष्य से मनुष्य में ही फैल रहा है, इसलिए हमेशा हाथ धोते रहें और मुंह पर मास्क लगा कर रहें।
सच
राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच शुरू की। हमने पाया कि वायरल फॉरवर्ड में किए जा रहे दावे झूठे हैं और गृह मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई सर्कुलर जारी नहीं किया गया है। वायरल मैसेज में जिस अधिकारी रवि नायक का नाम शामिल किया गया, उसके बारे में जानकारी के लिए हमने गृह मंत्रालय की वेबसाइट की जांच की, लेकिन हमें ऐसे किसी अधिकारी का नाम वहां नहीं मिला। इसके अलावा हमें ऐसा कोई भी समाचार रिपोर्ट नहीं मिला, जिसमें यह बताया गया हो कि गृह मंत्रालय ने कोरोना वायरस से संबंधित कुछ भी पोस्ट करना दंडनीय अपराध में शामिल किया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो