जयपुर

गोविन्द के दरबार में होली उत्सव की धूम, भजनों से रिझाएंगे भक्त

Fag Utsav 2020 : छोटी काशी जयपुर में फाल्गुन माह बसंती बयार बह रही है और शहर के मंदिरों में फागोत्सव की धूम मची हुई है। फागोत्सव में ठाकुरजी को गुलाल अर्पित करने के साथ ही भक्त अपने अराध्य के संग गुलाल और फूलों से होली खेल रहे हैं। शहर के अराध्य गोविंददेव महाराज के दरबार में 18 फरवरी से शुरू हुआ परंपरागत फागोत्सव अब परवान चढऩे लगा है। रोजना ख्यातनाम कलाकार चंग व ढप की थाप पर होली पदों और फाग पर नृत्य कर ठाकुरजी को रिझा रहे हैं। मनमोहक प्रस्तुतियों से ठाकुरजी को रिझाएंगे

जयपुरMar 02, 2020 / 01:48 pm

Devendra Singh

Govind Dev ji Mandir

जयपुर. छोटी काशी जयपुर में फाल्गुन माह बसंती बयार बह रही है और शहर के मंदिरों में फागोत्सव की धूम मची हुई है। फागोत्सव में ठाकुरजी को गुलाल अर्पित करने के साथ ही भक्त अपने अराध्य के संग गुलाल और फूलों से होली खेल रहे हैं। शहर के अराध्य गोविंददेव महाराज के दरबार में 18 फरवरी से शुरू हुआ परंपरागत फागोत्सव अब परवान चढऩे लगा है। रोजना ख्यातनाम कलाकार चंग व ढप की थाप पर होली पदों और फाग पर नृत्य कर ठाकुरजी को रिझा रहे हैं।
मनमोहक प्रस्तुतियों से रिझाएंगे

ठिकाना मंदिर श्रीगोविंददेवजी की ओर से महंत अंजनकुमार गोस्वामी के सान्निध्य में गोविंददेवजी मंदिर में 9 मार्च तक मनाए जाने वाले फागोत्सव में कई कार्यक्रमों का आयोजन होगा। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि फागोत्सव के दौरान 3 से 5 मार्च तक तीन दिवसीय होलिकोत्सव मनाया जाएगा। इसमें तीन दिन तक ख्यातनाम लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। नृत्य गायन के कलाकार दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक ठाकुरजी के समक्ष अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे। वहीं दोपहर 2 से 4 बजे तक ख्यातनाम लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से हाजिरी लगाएंगे। पहले दिन पहले दिन जगदीश शर्मा, भूमिका अग्रवाल, कुमार नरेन्द्र, पीआर स्वामी, शशी भट्ट, शालीनी गुप्ता, कुंजबिहारी जाजु भजनों की प्रस्तुति देंगे। वहीं राजू जबड़ा, गुलाबो, श्वेता गर्ग, संगीता मित्तल अविनाश शर्मा व मूंगाराम नृत्य से ठाकुरजी को रिझाएंगे। इस दौरान रचना झांकी का समय दोपहर 2 से 4 बजे तक रहेगा।
दो दिन पुष्प फागोत्सव

ठाकुरजी के समक्ष 6 व 7 मार्च को पुष्प फागोत्सव मनाया जाएगा। इमसें कोलकाता के भजन सम्राट बाल व्यास श्रीकांत शर्मा दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक भजनामृत की वर्षा करेंगे। इस दौरान झांकी के दर्शन अपराह्न 3 से 5 बजे तक होंगे। महोत्सव के तहत 8 मार्च को होली पद गायन होगा। इसमें कोलकाता के मालीराम शास्त्री की भजनों की प्रस्तुति देंगे। इस दिन रचना झांकी के दर्शन अपराह्न 3 से 5 बजे तक खुलेंगे। 9 मार्च को राज भोग की आरती के बाद मंदिर प्रांगण में गुलाल से होली खेली जाएगी। इसी दिन महाप्रभु चैतन्य देव की जयंती भी मनाई जाएगी।
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