जयपुर। जिले के चाकसू तहसील क्षेत्र में प्रसिद्ध शीतलामाता का लक्खी मेला (Chaksu Sheetlamata's Lakhi mela) बुधवार को शीलकीडूंगरी स्थित शीतलामाता मन्दिर में भरेगा। मेले को लेकर पुलिस, प्रशासन सहित मन्दिर प्रबन्ध समिति ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। गौरतलब है कि मेले में आसपास सहित दूरदराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में ढोक लगाकर मन्नते मांगते है और ठण्डे पकवानों का भोग लगाते है। मेले के माध्यम से दूर-दूर के रिश्तेदारों को आपस में मिलने का मौका मिलता है। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होता है। मेला स्थल पर अस्थायी दुकानें, झूले व विभिन्न स्टालें आदि सजकर तैयार है। मन्दिर प्रशासन की ओर से मन्दिर परिसर में रंग रोगन कर आकर्षक विद्युत सजावट की गई है। नगर पालिका की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग, विश्राम सहित छाया-पानी की व्यवस्था की गई है। भीड़ व यातायात को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बेरिकेट्स लगाए गए है। प्रशासन की ओर से चिकित्सा व सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए है। पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त जाप्ता लगाकर टीमें बनाकर अलग-अलग स्थानों पर तैनात की है। एसीपी संध्या यादव व सीआई भूरी सिंह ने मंगलवार को मेला स्थल का मौका मुआयना कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। विद्युत व जलदाय विभाग के अधिकारियों को मेले में पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करने के आदेश दिए गए है। थानाप्रभारी सिंह ने बताया कि मेले में सुरक्षा के लिए विभिन्न स्थानों पर लगे करीब 60 कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। सादा वस्त्रों में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। छेड़छाड़ करने व उपद्रव फैलाने वालों पर कड़ी नजर रहेगी। सुचारू यातायात के विशेष प्रबन्ध किए गए है। जाम से निजात पाने के लिए मेला परिसर में साधनों का आवागमन बंद रहेगा। सिंह ने बताया कि पूरे कैमरों की निगरानी कन्ट्रोल रूम से की जाएगी। जहां हर स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल रहेगा। सैंकडों वर्षो से भर रहा मेला मन्दिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों की माने तो यह मेला करीब 600 वर्षो से पूर्व से भरता आ रहा है। गत दिनों चले लम्पी वायरस के संक्रमण में माता के चरणामृत से गायों में हुए फायदे के बाद यहां बडी तादाद में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। जिससे इस बार अधिक भीड रहने की सम्भावना है। माता का मन्दिर करीब 300 फीट ऊपर पहाडी पर स्थित है और 100 से अधिक सीढिया वहां बनी हुई है। जाप्ता रहेगा तैनात मेले में सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन एडिशनल डीसीपी, तीन एसीपी, आठ सीआई समेत 350 से अधिक जवान तैनात होंगे। इसके अतिरिक्त यातायात पुलिसकर्मी यातायात व्यवस्था सम्भालेंगे। घरों में बने पकवान मेले को लेकर क्षेत्र में मंगलवार को ही घरों में पकवान बनाए गए। जिनका बुधवार को माता के भोग लगाया जाएगा। इस दौरान घरों में मूंगथाल, पुआ, पुड़ी, पकौड़ी, राबड़ी आदि व्यंजन बनाए गए। मेले में दुकान लगाने वाले लोगों सहित अन्य लोगों की बाजारों में खरीददारी के लिए भीड़ लगी रही।
जयपुर। जिले के चाकसू तहसील क्षेत्र में प्रसिद्ध शीतलामाता का लक्खी मेला (Chaksu Sheetlamata's Lakhi mela) बुधवार को शीलकीडूंगरी स्थित शीतलामाता मन्दिर में भरेगा। मेले को लेकर पुलिस, प्रशासन सहित मन्दिर प्रबन्ध समिति ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। गौरतलब है कि मेले में आसपास सहित दूरदराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में ढोक लगाकर मन्नते मांगते है और ठण्डे पकवानों का भोग लगाते है। मेले के माध्यम से दूर-दूर के रिश्तेदारों को आपस में मिलने का मौका मिलता है। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होता है। मेला स्थल पर अस्थायी दुकानें, झूले व विभिन्न स्टालें आदि सजकर तैयार है। मन्दिर प्रशासन की ओर से मन्दिर परिसर में रंग रोगन कर आकर्षक विद्युत सजावट की गई है। नगर पालिका की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग, विश्राम सहित छाया-पानी की व्यवस्था की गई है। भीड़ व यातायात को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह बेरिकेट्स लगाए गए है। प्रशासन की ओर से चिकित्सा व सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए है। पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त जाप्ता लगाकर टीमें बनाकर अलग-अलग स्थानों पर तैनात की है। एसीपी संध्या यादव व सीआई भूरी सिंह ने मंगलवार को मेला स्थल का मौका मुआयना कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। विद्युत व जलदाय विभाग के अधिकारियों को मेले में पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करने के आदेश दिए गए है। थानाप्रभारी सिंह ने बताया कि मेले में सुरक्षा के लिए विभिन्न स्थानों पर लगे करीब 60 कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। सादा वस्त्रों में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। छेड़छाड़ करने व उपद्रव फैलाने वालों पर कड़ी नजर रहेगी। सुचारू यातायात के विशेष प्रबन्ध किए गए है। जाम से निजात पाने के लिए मेला परिसर में साधनों का आवागमन बंद रहेगा। सिंह ने बताया कि पूरे कैमरों की निगरानी कन्ट्रोल रूम से की जाएगी। जहां हर स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल रहेगा। सैंकडों वर्षो से भर रहा मेला मन्दिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों की माने तो यह मेला करीब 600 वर्षो से पूर्व से भरता आ रहा है। गत दिनों चले लम्पी वायरस के संक्रमण में माता के चरणामृत से गायों में हुए फायदे के बाद यहां बडी तादाद में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। जिससे इस बार अधिक भीड रहने की सम्भावना है। माता का मन्दिर करीब 300 फीट ऊपर पहाडी पर स्थित है और 100 से अधिक सीढिया वहां बनी हुई है। जाप्ता रहेगा तैनात मेले में सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन एडिशनल डीसीपी, तीन एसीपी, आठ सीआई समेत 350 से अधिक जवान तैनात होंगे। इसके अतिरिक्त यातायात पुलिसकर्मी यातायात व्यवस्था सम्भालेंगे। घरों में बने पकवान मेले को लेकर क्षेत्र में मंगलवार को ही घरों में पकवान बनाए गए। जिनका बुधवार को माता के भोग लगाया जाएगा। इस दौरान घरों में मूंगथाल, पुआ, पुड़ी, पकौड़ी, राबड़ी आदि व्यंजन बनाए गए। मेले में दुकान लगाने वाले लोगों सहित अन्य लोगों की बाजारों में खरीददारी के लिए भीड़ लगी रही।