-राज्य जहां होती थी सप्लाई इससे पूर्व शुक्रवार को मेरठ के परतापुर में एनसीईआरटी की फर्जी पुस्तकें जब्त की जा चुकी हैं,जोकि दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड समेत देश के कई राज्यों में सप्लाई किया जाता था। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मेरठ-मुरादाबाद मंडल में और भी कई प्रकाशक इस तरह के फर्जीवाड़े में लिप्त हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर मेरठ में छापामारी के दौरान मौके से एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही गोदाम को सील कर मौके से लगभग 35 करोड़ की एनसीईआरटी की किताबें बरामद की गई थीं।
-12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि उत्तर प्रदेश के मेरठ के सुशांक सिटी निवासी व्यक्ति लगभग एक दशक से एनसीइआरटी की किताबों की कॉपी कर देश भर में सप्लाई करने का काला कारोबार कर रहा था। शुक्रवार को मेरठ की एसटीएफ टीम ने मेरठ में छापेमारी कर इस धंधे से जुड़े 12 लोगों को हिरासत मे लेकर पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह किताबें गजरौला में औद्योगिक पुलिस चौकी क्षेत्र में हाईवे किनारे स्थित एएसपी फैक्ट्री के बराबर वाले रास्ते से हनुमान मंदिर के पीछे स्थित गोदाम में छपती है।
-कर्मचारी ताला लगाकर फरार शुक्रवार रात करीब 12:30 बजे एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार गजरौला स्थित गोदाम पर पहुंचे तो इससे पहले ही गजरौला के कर्मचारी ताला लगाकर फरार हो गए। इसके बाद टीम ने गोदाम के ताले तोड़कर अंदर प्रवेश किया। यहां पर कई बड़ी-बड़ी मशीनें लगी हुई थीं। करोड़ों रुपये की अलग-अलग कक्षाओं की किताबें भी मिलीं। इसे देखकर टीम के होश उड़ गए। एसटीएफ के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि यह धंधा लगभग 10 सालों से किया जा रहा था।