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आरबीआइ के सुरक्षा दावों पर सवाल, तस्करी के नोटों का कागज और स्याही असली नोटों जैसी

locationजयपुरPublished: May 24, 2019 01:55:36 pm

Submitted by:

Deepshikha Vashista

आरबीआइ ने कहा था नए नोटों की डाई कोई नहीं बना सकता, अलग-अलग सीरीज में छपे तस्करी के नोट

जयपुर. नकली नोट तस्करी ने आरबीआइ के सुरक्षा दावों फेल होते साबित कर दिया है। आरबीआइ ने दो हजार और पांच सौ के नए नोटों के मामले में दावा किया था कि कोई भी डुप्लीकेट डाई नहीं बना सकता। लेकिन हाल ही नोटों के साथ पकड़े गए तस्कर ने आरबीआइ के इन दावों की पोल खोल दी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की गिरफ्त में आए तस्कर ने के पास दो हजार के 94,000 नोट मिलें हैं। पूछताछ में तस्कर ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तन से जाली नोटों की तस्करी के राज उगले हैं।
क्वालिटी और स्याही भी आरबीआइ की ओर से जारी नोटों से मिलती

पकड़े गए पाक तस्कर रनसिंह से बरामद दो-दो हजार के 94 हजार जाली नोटों के कागज की क्वालिटी और स्याही भी आरबीआइ की ओर से जारी नोटों से मिलती है। यही नहीं बरामद दो-दो हजार के नोट तीन अलग-अलग नंबरों की सीरीज में छापे गए हैं। इससे लगता है कि एनआइए का दावा है कि पाक में बाकायदा प्रेस और डाई के जरिए दो-दो हजार के जाली नोट छापे जा रहे हैं, जिसमें अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद गैंग का हाथ है।
मुख्य सूत्रधार नंबर था स्विच ऑफ

पूछताछ में रनसिंह ने एनआइए को पाक के मुख्य सूत्रधार का नाम और मोबाइल नंबर बताया था, जो अभी स्विच ऑफ है।
देश-विदेश की जांच एजेंसियों की निगाह से बचने के लिए दाऊद ने क्रिकेट सट्टा कारोबार की कमान कराची के लालचंद उर्फ एलसी को सौंप रखी है। वहीं जाली नोटों की तस्करी के मामले में भी पाक के अल्पसंख्यकों को झोंक दिया है।
पाक निवासी रनसिंह लॉन्ग टाइम वीजा के आधार पर तीन साल से गुजरात के मोरबी इलाके में रह रहा है। रिश्तेदार की शादी के नाम पर वह पिछले वर्ष दिसंबर में पाक गया था, जहां से ट्रेन से लौटते वक्त वह जाली नोटों के साथ जांच एजेंसियों के हत्थे चढ़ गया। इस मामले में एनआइए मामला दर्ज कर तस्कर से पूछताछ करने में जुटी हुई है।
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