थानाधिकारी चैनाराम बेडा का कहना है कि उत्तरप्रदेश के बरेली में फरीदपुर गांव का रहने वाला और फिलहाल रामगंज थाना इलाके में मौलाना की दरगाह के पास किराए का मकान लेकर रहने वाले शकील खान (35), बाडमेर के समदड़ी में भंकारों का बास का रहने वाला और आमेर रोड पर न्यू गोविंद नगर निवासी महेन्द्र जैन (33) और उत्तरप्रदेश के बरेली में जेड गांव का रहने वाला और शकील के साथ ही
जयपुर में किराए पर रह रहा सोनू उर्फ साहिल (19)को पकड़ा है।
पुलिस को जानकारी मिल रही थी कि बैेंक और शराब की दुकानों व बीयर बार पर दो हजार रुपए के जाली नोट आ रहे है। इसके लिए पुलिस ने टीम तैयार की। इसमें एसआई नरेंद्र सिंह, हैड कांस्टेबल हरिओम सिंह, कांस्टेबल रामनारायण, ओमपाल सिंह, सत्यपाल यादव, कैलाश चन्द, मुकेश कुमार, विक्रम सिंह को शामिल किया गया। दो हजार रुपए के नोटों की आ रही सूचना को भी जांचा और इसमें जानकारी जुटाने के दूसरे तरीके भी अपनाए।
मुखबिरों से जानकारी जुटाई तो रामगंज थाना इलाके की मौलाना की दरगाह के आस-पास उत्तरप्रदेश निवासी कुछ लड़कों पर संदेह हुआ। जानकारी जुटाई तो दो लड़के शकील और महेंद्र नकली नोट चलाने की फिराक में जलैब चौक स्थित पुरानी विधानसभा के गेट के सामने खड़े मिले। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक साथी न्यू गेट की तरफ सिनेमाहॉल में गया है। उसे पकड़कर पुलिस ने उसके कब्जे से दो हजार रुपए के कुल 7 नोट बरामद किए।
पुलिस ने बताया कि जाली नोट उच्च क्वालिटी के प्रिन्ट किए हुए हैं। पहली बार देखने पर नोट असली लगते हैं। इस तरह के नोट बगैर मशीन के पकड़ पाना मुश्किल है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी कई दिनों से एेसे जाली नोट बाजार में खपा चुके हैं। पुलिस इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है।