तीन एजेंसी जुटी, लेकिन दिखावटी
शहर मेंं अभी जयपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी तीनों ही साइकिल को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है लेकिन यह केवल दिखावटी साबित हो रहा है। हकीकत यह है कि स्मार्ट सिटी कंपनी को 22 जगह साइकिल स्टैंड बनाने थे लेकिन केवल जेएलएन मार्ग पर रामनिवास गेट के बाहर और जवाहर सर्किल पर स्टैंड बनाए गए हैं और वह भी धूल फांक रहे हैं। दूसरी ओर जेडीए जगतपुरा में महल रोड पर 5 किलोमीटर लम्बाई में डेडिकेटेड साइकिल ट्रेक निर्माण कराने में फेल रहा है। जबकि, नगर निगम ने 23 पार्किंग स्थलों पर साइकिल पार्किंग को नि:शुल्क करने का निर्णय तो किया पर धरातल पर नहीं उतार पाए।
शहर मेंं अभी जयपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी तीनों ही साइकिल को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है लेकिन यह केवल दिखावटी साबित हो रहा है। हकीकत यह है कि स्मार्ट सिटी कंपनी को 22 जगह साइकिल स्टैंड बनाने थे लेकिन केवल जेएलएन मार्ग पर रामनिवास गेट के बाहर और जवाहर सर्किल पर स्टैंड बनाए गए हैं और वह भी धूल फांक रहे हैं। दूसरी ओर जेडीए जगतपुरा में महल रोड पर 5 किलोमीटर लम्बाई में डेडिकेटेड साइकिल ट्रेक निर्माण कराने में फेल रहा है। जबकि, नगर निगम ने 23 पार्किंग स्थलों पर साइकिल पार्किंग को नि:शुल्क करने का निर्णय तो किया पर धरातल पर नहीं उतार पाए।
लॉ कमीशन ऑफ इंडिया…
लॉ कमीशन ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में भी बताया गया है कि साइकिल ट्रेक और फुटपाथ की कमी के कारण वाहन दुर्घटना के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। पिछले साल हुए सर्वे में भी साइकिल सवारी का ग्राफ के तेजी से घटने का खुलासा हुआ है। इसमें जयपुर में साइकिल से यात्रा करने वाले महज 7 फीसदी लोग बताए गए थे, जिसमें भी गिरावट आ गई है।
लॉ कमीशन ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में भी बताया गया है कि साइकिल ट्रेक और फुटपाथ की कमी के कारण वाहन दुर्घटना के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। पिछले साल हुए सर्वे में भी साइकिल सवारी का ग्राफ के तेजी से घटने का खुलासा हुआ है। इसमें जयपुर में साइकिल से यात्रा करने वाले महज 7 फीसदी लोग बताए गए थे, जिसमें भी गिरावट आ गई है।