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फैंसी स्टोर में नौकर और सैलेरी 50 हजार

locationजयपुरPublished: Aug 22, 2018 01:50:31 am

Submitted by:

manoj sharma

साइकेट्रिक सोशल वर्कर निकला फैंसी स्टोर में नौकर
सीकर के राजकीय अस्पताल में कर रहा था नौकरी
एसीबी ने किया गिरफ्तार

jaipur

file photo

जयपुर. एक फैंसी स्टोर पर नौकरी करने वाला कितना शातिर हो सकता है, इसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। फैंसी स्टोर के नौकर को 50 हजार की सैलेरी मिले तो आपका चौंकना वाजिब है। ऐसा एक मामला सीकर में सामने आया है। जिसको एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया। फैंसी स्टोर पर नौकरी करने वाला फर्जी दस्तावेज के आधार पर सीकर के राजकीय अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम में साइकेट्रिक सोशल वर्कर की नौकरी कर रहा था और पचास हजार सैलरी भी ले रहा था। एसीबी में मामला दर्ज होने पर उसे गत वर्ष ही नौकरी से हटाया गया था। उसके बाद वह निवाई में एक फैंसी स्टोर पर काम कर रहा था। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमाराम ने बताया कि गिरफ्तार धीरज कुमार जैन निवाई निवासी है। उसने नौकरी के लिए राज्य से बाहर के विश्वविद्यालय की एमएसडब्ल्यू की डिग्री दी थी, जो जांच में फर्जी पाई गई। उसके पास बीबीए की डिग्री मिली है।
अफसरों समेत 7 जने हो चुके गिरफ्तार
एसीबी इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के एक वर्तमान तथा तीन पूर्व अधिकारियों सहित सात जनों को गिरफ्तार कर चुकी है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 2014-15 के लिए 6 जिलों में 7 पदों पर भर्ती करनी थी। हर जिले में मनोरोग विशेषज्ञ, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, साइकेट्रिक सोशल वर्कर, साइकेट्रिक नर्स, मॉनिटरिंग एंड ई-वैल्यूवेशन ऑफिसर, केस हिस्ट्री असिस्टेंट व कम्यूनिटी नर्स भर्ती होने थे।
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रिश्तेदारों को दे दी नौकरी
इन पदों पर अपने रिश्तेदारों को नौकरी देने के लिए अधिकारियों ने पहले कार्मिक उपलब्ध कराने का ठेका फर्जी तरीके से दीक्षित कम्प्यूटर कम्पनी को दिया। बाद में अपने चहेतों को पात्र नहीं होते हुए भी नौकरी दे दी। इसके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए। इस मामले का पत्रिका ने खुलासा किया था। जिसके बाद ऐसे मामले खुलते ही गए। इसमें कई बड़े अधिकारी भी पकड़ में आए हैं। इस मामले में एसीबी की नजर कई अन्य लोगों पर भी है।

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