अफसरों समेत 7 जने हो चुके गिरफ्तार
एसीबी इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के एक वर्तमान तथा तीन पूर्व अधिकारियों सहित सात जनों को गिरफ्तार कर चुकी है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 2014-15 के लिए 6 जिलों में 7 पदों पर भर्ती करनी थी। हर जिले में मनोरोग विशेषज्ञ, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, साइकेट्रिक सोशल वर्कर, साइकेट्रिक नर्स, मॉनिटरिंग एंड ई-वैल्यूवेशन ऑफिसर, केस हिस्ट्री असिस्टेंट व कम्यूनिटी नर्स भर्ती होने थे।
एसीबी इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के एक वर्तमान तथा तीन पूर्व अधिकारियों सहित सात जनों को गिरफ्तार कर चुकी है। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 2014-15 के लिए 6 जिलों में 7 पदों पर भर्ती करनी थी। हर जिले में मनोरोग विशेषज्ञ, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, साइकेट्रिक सोशल वर्कर, साइकेट्रिक नर्स, मॉनिटरिंग एंड ई-वैल्यूवेशन ऑफिसर, केस हिस्ट्री असिस्टेंट व कम्यूनिटी नर्स भर्ती होने थे।
——– रिश्तेदारों को दे दी नौकरी
इन पदों पर अपने रिश्तेदारों को नौकरी देने के लिए अधिकारियों ने पहले कार्मिक उपलब्ध कराने का ठेका फर्जी तरीके से दीक्षित कम्प्यूटर कम्पनी को दिया। बाद में अपने चहेतों को पात्र नहीं होते हुए भी नौकरी दे दी। इसके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए। इस मामले का पत्रिका ने खुलासा किया था। जिसके बाद ऐसे मामले खुलते ही गए। इसमें कई बड़े अधिकारी भी पकड़ में आए हैं। इस मामले में एसीबी की नजर कई अन्य लोगों पर भी है।
इन पदों पर अपने रिश्तेदारों को नौकरी देने के लिए अधिकारियों ने पहले कार्मिक उपलब्ध कराने का ठेका फर्जी तरीके से दीक्षित कम्प्यूटर कम्पनी को दिया। बाद में अपने चहेतों को पात्र नहीं होते हुए भी नौकरी दे दी। इसके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए। इस मामले का पत्रिका ने खुलासा किया था। जिसके बाद ऐसे मामले खुलते ही गए। इसमें कई बड़े अधिकारी भी पकड़ में आए हैं। इस मामले में एसीबी की नजर कई अन्य लोगों पर भी है।