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राजस्थान: किसान आंदोलन को ‘धार’ देने की मुहीम जारी, आज राकेश टिकैत संग पहुंचे चंद्रशेखर

locationजयपुरPublished: Mar 03, 2021 02:31:42 pm

Submitted by:

Nakul Devarshi

केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ जारी है किसानों का आंदोलन, राजस्थान में लगातार हो रही किसान महापंचायतें, आज नागौर में महापंचायत, एक लाख किसानों के जुटने का दावा, किसान नेता राकेश टिकैत सहित अन्य कई नेता हो रहे शामिल, प्रदेश में टिकैत की बढ़ी हुई है सक्रियता, लगातार कर रहे किसान महापंचायतें
 

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जयपुर।

केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के तहत आज प्रदेश के किसान नागौर में अपनी एकजुटता दिखाई। यहां आज हुई किसान महापंचायत को किसान नेता राकेश टिकैत और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद सहित अन्य किसान नेता संबोधित किया। किसान संगठनों ने नागौर की इस महापंचायत में भी एक लाख किसानों के पहुँचने का दावा किया है।
गौरतलब है कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने मिलकर मोर्चा खोला हुआ है। कानूनों के विरोध में लगभग तीन महीने से किसान आंदोलन जारी है। सरकार के साथ तमाम तरह की वार्ताएं विफल साबित हुई हैं और गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा है।
‘देश को गुलामी की ओर धकेलना चाह रही सरकार’

भीम आर्मी के संस्थापक चन्द्रशेखर आजाद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार आजाद देश को गुलामी की ओर धकेल रही है। कृषि बिलों को लेकर लड़ाई लड़ी भी जाएगी और जीती भी जाएगी। उन्होंने कहा कि भीम आर्मी सेना के कार्यकर्ताओं इस आंदोलन में किसान के साथ हैं।
आज की किसान महापंचायत में ये हुए शामिल
नागौर जिला मुख्यालय के पशु प्रदर्शनी स्थल पर हो रही किसान महापंचायत को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद के अलावा राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील, किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कॉमरेड अमराराम, किसान यूनियन के महासचिव युद्धवीर सिंह, किसान संघर्ष समिति के संयोजक हिम्मत सिंह गुर्जर, जमीअत-उलेमा-ए हिंद के प्रदेश उपाध्यक्ष हाफिज मंजूर अली खान भी संबोधित किया।
गांव-गांव किया जनसंपर्क, दिया न्यौता
किसान महापंचायत में किसानों को एकजुट करने के लिए किसान संगठनों की ओर से बीते कुछ दिनों से जनसंपर्क किया जा रहा था। संगठनों के प्रतिनिधियों ने आसपास के गांवों में जाकर किसानों और आमजन को महापंचायत में ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में पहुँचने का न्यौता दिया।

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