scriptराहत की बूंदों ने जगाए किसानों के सोए अरमान, फसलों को मिला नवजीवन | farmer happy, crop benefited from rain | Patrika News
जयपुर

राहत की बूंदों ने जगाए किसानों के सोए अरमान, फसलों को मिला नवजीवन

https://www.patrika.com/rajasthan-news/

जयपुरAug 30, 2018 / 01:37 pm

dharmendra singh

जयपुर
सावन माह सूखा गुजरने के बाद अब भादो माह की शुरुआत में बारिश प्रदेशवासियों के लिए राहत की संदेश लेकर आई है। प्रदेश के कई हिस्‍सों में कभी तेज तो कभी धीरे बारिश का दौर चलता रहा। इससे कई स्थानों पर सड़कों पर पानी बह निकला। बारिश के कारण लोगों को उमस से राहत मिली, वहीं मौसम भी ठंडा हो गया। लोगों ने मौसम का जमकर लुत्फ उठाया। प्रदेश के काश्तकारों को भी अच्छी बारिश से काफी राहत मिले। बारिश के अभाव में दम तोड़ती फसलों को जीवनदान मिल गया, हालांकि अभी भी अच्छी बारिश का इंतजार है। उल्लेखनीय है कि मानसून की शुरुआत में बारिश का दौर थम सा गया। बारिश का दौर फिर से शुरू होने से लोगों की उम्‍मीद बंधी है।
अगले 48 घंटे में तेज बारिश होने की संभावना

राजधानी में भी बीते चार दिनों से आसमान में छाए मेघ आखिरकार बुधवार को मेहरबान हुए। शहर में हुई झमाझम बारिश से मौसम का मिजाज पलटा। वहीं प्रदेश के पूर्वी जिलों के साथ पश्चिमी मैदानी इलाकों में भी बारिश का जोर रहा। पिलानी में चार इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हरियाणा के उत्तरी इलाकों में बने चक्रवाती तंत्र के असर से प्रदेश में उत्तर-पूर्व और पश्चिम के कुछ जिलों में लोकल सिस्टम सक्रिय होने की उम्मीद है। इस कारण अगले 48 घंटे में तेज बारिश होने की संभावना है।
राजधानी में आज सुबह मौसम में ठंडक
राजधानी में आज सुबह हवा में नमी बढऩे पर सुबह मौसम में ठंडक महसूस हुई। शहर में आज सुबह सात बजे 26 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड हुआ है। स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार शहर में आज बादल छाए रहने व छितराई बारिश होने का अनुमान है। शहर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध में पानी की आवक बनी हुई है। बांध के जलस्तर में रोजाना एक सेंटीमीटर बढ़ोतरी हो रही है।आज सुबह सात बजे बांध का जलस्तर 309.26 आरएल मीटर रिकॉर्ड हुआ है।
ज्वार, बाजरा, ग्वार आदि की फसलों के लिए फायदेमंद
बारिश के अभाव में फसलों की हालत खराब हो रही थी। कई खेतों में तो फसलें सूखने के कगार पर पहुंच गई। आसमान से अमृत बरसने से फसलों को जीवनदान मिल गया है। हालांकि मूंग की अगेती फसलों में नुकसान हो गया है, जबकि पछैती फसलों के लिए फायदेमंद है। इससे सर्वाधिक फायदा ज्वार, बाजरा, ग्वार आदि की फसलों को होगा। पशुओं के लिए चारा आदि भी हो पाएगा।

Home / Jaipur / राहत की बूंदों ने जगाए किसानों के सोए अरमान, फसलों को मिला नवजीवन

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो